
रायपुर। छत्तीसगढ़ ने अपने एक महान साहित्यकार और प्रख्यात हास्य कवि को अंतिम विदाई दी। पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे का आज शुक्रवार को रायपुर के मारवाड़ी श्मशान घाट में पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके पुत्र अभिषेक दुबे ने उन्हें मुखाग्नि दी।
इस अवसर पर साहित्य, कला और सांस्कृतिक जगत से जुड़े कई गणमान्य व्यक्ति, उनके प्रशंसक और करीबी परिजन मौजूद रहे। उनके निधन से छत्तीसगढ़ सहित पूरे हिंदी साहित्य जगत में शोक की लहर है।
डॉ. दुबे ने हास्य-व्यंग्य को एक नई ऊँचाई दी और अपनी बेबाक लेखनी तथा मंचीय प्रस्तुति के लिए देशभर में लोकप्रिय रहे। भारत सरकार ने उन्हें उनके योगदान के लिए पद्मश्री सम्मान से अलंकृत किया था।
उनकी रचनाएं आज भी लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने का कार्य करती हैं। साहित्य और समाज को उनके योगदान को सदैव स्मरण किया जाएगा।