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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया स्थापना दिवस,पथ संचलन निकाला और किया शस्त्र पूजन

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया स्थापना दिवस,
पथ संचलन निकाला और किया शस्त्र पूजन

राजिम। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नवापारा और राजिम की टोली ने संघ की स्थापना दिवस पर भव्य पथ संचलन निकाला और शस्त्र पूजन किया। राजिम के शिशु मंदिर में एकत्रीकरण पश्चात पथ संचलन नगर भ्रमण हेतु निकला जो की वीआईपी रोड, पंडित सुंदरलाल शर्मा चौक, महामाया चौक, प्राचीन राम मंदिर मार्ग, राजीवलोच मंदिर मार्ग से होते हुए पुनः शिशु मंदिर में संपन्न हुआ। इस दौरान नगर में जगह जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया। संचलन में पूर्ण गणवेशधारी 90 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। संचलन में नवापारा नगर कार्यवाह आकाश जैन ध्वज वाहक के रूप में रहे।


सरस्वती शिशु मंदिर के हाल में स्वयंसेवकों तथा नागरिकों हेतु बौद्धिक का आयोजन हुआ। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में भाजपा के संगठन मंत्री पवन साय रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता राघोबा महानिक ने की। साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक प्रेम साहू, नवापारा नगर के संघचालक संत चौधरी भी मंचस्थ रहे।
मुख्य वक्ता पवन साय ने कहा कि राष्ट्र सेवा में समर्पित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानि आरएसएस आज अपने 100 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। अविरल यात्रा के इस ऐतिहासिक पड़ाव पर समस्त स्वयंसेवकों को मेरी हार्दिक बधाई और अनंत शुभकामनाएं। मां भारती के लिए यह संकल्प और समर्पण देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करने के साथ ही ‘विकसित भारत’ को साकार करने में भी नई ऊर्जा भरने वाला है। संघ के लिये विजयादशमी का अत्यन्त महत्व है। इसी दिन पं. पू. आद्य सरसंघचालक डा. हेडगेवार जी ने नागपुर के मोहिते बाड़े में आश्विन शुक्ला दशमी संवत 1983 तदनुसार 27 सितम्बर 1925 ई. में संघ कार्य की स्थापना की। पतित, पराभूत, आत्म विस्मृत तथा आत्मविश्वास शून्य हिन्दू राष्ट्र में नव चैतन्य आत्मविश्वास एवं विजय की आकांक्षा निर्माण कर, उसकी सिद्धि के लिए शक्ति की उपासना करने के लिए उसे प्रवृत करने के निमित्त यह उत्सव एक परम्परा प्राप्त साधन ही है।
उद्देश्य की पूर्ति हेतु संघ शक्ति संचय में लगा है। यह शक्ति आज देश में फैली प्रभात, प्रौढ़, सायं व रात्रि शाखाओं तथा विश्व हिन्दू परीषद, विद्यार्थी परिषद, भारतीय मजदूर संघ, वनवासी कल्याण आश्रम, भारतीय किसान संघ, विद्या भारती आदि के रुप में प्रकट हो रही है। पाशविक और आसुरी शक्ति की उपासना, संघ का मंतव्य नहीं। अन्यायो अत्याचारी तो घबराएं किन्तु सज्जन संवर्द्धन पाएं संघ ऐसी शक्ति चाहता है। कोरी अहिंसा नहीं सुहाती । शक्ति के संबल से ही अहिंसा जीवित रह सकती है। वर्तमान परिस्थितियों में हिन्दू समाज की संगठित शक्ति ही सभी समस्याओं का एक अचूक निदान है।
राघोबा महानिक ने भी उपस्थित लोगो को संबोधित किया।

ये रहे उपस्थित
उक्त कार्यक्रम में संघ के सह प्रांत कार्यवाह गोपाल यादव, सह जिला कार्यवाह भूपेंद्र साहू, नगर कार्यवाह आकाश जैन, पूर्व सांसद चंदूलाल साहू, विधायक रोहित साहू, जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू, किशोर देवांगन, भूपेंद्र सोनी, तुषार कदम, आकाश सिंह ठाकुर, रिकेश साहू, श्रीकांत साहू, युवराज साहू, मनीष जैन, दिलीप यादव, महेश यादव, कमल सिन्हा, टीकम साहू, छाया राही, सोमा शर्मा सहित गरियाबंद की कार्यकारिणी सहित स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

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