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राजनीति केवल सत्ता का माध्यम नहीं बल्कि सेवा का एक सशक्त मंच हो सकता है-पुण्यश्लोका अहिल्याबाई होलकर जी के त्रिशताब्दी जन्मोत्सव पर यहां हुआ संगोष्ठी

राजनीति केवल सत्ता का माध्यम नहीं बल्कि सेवा का एक सशक्त मंच हो सकता है-पुण्यश्लोका अहिल्याबाई होलकर जी के त्रिशताब्दी जन्मोत्सव पर यहां हुआ संगोष्ठी

आरंग। आरंग जनपद पंचायत के सभाकक्ष में आज पुण्यश्लोका अहिल्याबाई होलकर जी के त्रिशताब्दी जन्मोत्सव के अवसर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए आरंग विधायक एवं अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण छत्तीसगढ़ शासन के उपाध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त गुरु खुशवंत साहेब ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की पुण्यश्लोका अहिल्याबाई होलकर जी का जीवन भारतीय इतिहास की धरोहर है। उन्होंने उस युग में शासन किया, जब महिलाओं को निर्णय लेने की स्वतंत्रता तक नहीं थी। बावजूद इसके, उन्होंने अपने पराक्रम, दूरदृष्टि और सेवा भाव से एक आदर्श शासन स्थापित किया। वे महिला नेतृत्व, प्रजावत्सलता, धार्मिक सहिष्णुता और सांस्कृतिक पुनरुत्थान का प्रतीक हैं।उन्होंने आगे कहा कि आज के समय में अहिल्याबाई जी के विचार और कार्य पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हैं। युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर समाज में समरसता, न्याय और सेवा को अपनाना चाहिए। गुरु साहेब जी ने यह भी कहा कि राजनीति केवल सत्ता का माध्यम नहीं, सेवा का एक सशक्त मंच हो सकता है जिसे अहिल्याबाई होलकर जी ने सिद्ध किया है। कार्यक्रम में जनपद पंचायत अध्यक्ष टाकेश्वरी साहू ,नगर पालिका अध्यक्ष डॉ संदीप जैन, पार्षद गण जनपद सदस्य गण, जनपद पंचायत के अधिकारियों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आरंग क्षेत्र के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
विनोद गुप्ता-आरंग

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