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महासमुंद युक्ति युक्ति कारण की आव्यावहारिक निर्णय के खिलाफ समस्त संगठन एक जुट होकर करेंगे आवाज बुलंद

महासमुंद युक्ति युक्ति कारण की आव्यावहारिक निर्णय के खिलाफ समस्त संगठन एक जुट होकर करेंगे आवाज बुलंद
युक्ति कारण को लेकर रणनीति का निर्माण करने के लिए आज कर्मचारी भवन महासमुंद में छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन ब्लॉक इकाई महासमुंद की बैठक रखी गई बैठक की अध्यक्षता ब्लॉक अध्यक्ष बाबूलाल ध्रुव ने की इस अवसर पर विशेष रूप से प्रदेश सचिव ईश्वर चंद्राकर व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सिराज बक्श प्रदेश विधिक सलाहकार बीपी मेश्राम मोजूद थे।


बैठक को संबोधित करते हुए ब्लाक अध्यक्ष बाबूलाल ध्रुव ने कहा राज्य सरकार सेटअप में बदलाव कर बड़ी संख्या में शिक्षकों को अतिशेष बनाकर युक्ति युक्ति कारण के नाम पर मानसिक रूप से परेशान कर रही है वही विभिन्न शालाओं को मर्ज कर प्राथमिक शाला के प्रधान पाठको के अधिकार का हनन करने जा रही जो की गलत निर्णय है ।
सरकार के इस निर्णय का फेडरेशन पुरजोर विरोध करता है और छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन संयुक्त मंच के बैनर तले आंदोलन करेगा।
बाबूलाल ध्रुव ने कहा की सरकार की दोष पूर्ण नीतियों के चलते स्कूलों की दिशा और दशा पूरी तरह से बदल जाएगी बच्चो की शिक्षा में इसका सीधा असर दिखने की मिलेगा।
बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश सचिव ईश्वर चंद्राकर ने कहा कि सरकार के तानाशाही निर्णय के खिलाफ आवाज बुलंद करने का वक्त आ गया है। युक्ति युक्ति कारण वास्तव में शिक्षा की बुनियाद को कमजोर करने वाला निर्णय है सेटअप में जिस प्रकार से बदलाव किया गया है वह अपने आप में चिंतन का विषय है दो शिक्षक के दम पर कैसे बुनियादी शिक्षा मिल सकती है।
इस बात पर सरकार को विचार करना चाहिए श्री चंद्राकर ने आगामी आंदोलन की रणनीति को साझा करते हुए कहा की साझा मंच के माध्यम से आंदोलन का आगाज 21 अगस्त को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टरो को ज्ञापन दिया जाएगा।
इस प्रकार 22 से 28 अगस्त के बीच समस्त विधायको और सांसदों को ज्ञापन दिया जाएगा और इस निर्णय को तत्काल रोक लगाने की मांग की जाएगी।
आंदोलन के अगले चरण में
2 और 3 सितंबर को शिक्षा सचिव और डीपीआई को ज्ञापन देकर इसका विरोध किया जाएगा।
इस प्रकार 9 सितंबर को सभी जिला मुख्यालय में एक दिवसीय धरना रैली कर प्रदर्शन किया जाएगा।
और इसके बाद भी सरकार न सुनी तो अगले चरण में राजधानी रायपुर में आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है।
बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश विधिक सलाहकार बी पी मेश्राम ने कहा की स्कूलों का युक्ति युक्तिकरण करने का निर्णय दमनकारी निर्णय है इस निर्णय से शिक्षा व्यवथा में विपरीत असर पड़ेगा।
एक शाला जिसकी दर्ज संख्या 60 तक है उस स्कूल के लिए मात्र 1+1 का सेटअप बनाना बच्चो की शिक्षा को खत्म करने के बराबर है।
आज जबकि नई शिक्षा नीति के तहत प्राथमिक शालाओं में बालवाड़ी शिक्षा भी प्रदान की जाने लगी है और ऐसे में प्राथमिक शाला में शिक्षको को अतिशेष बताकर निकाला जाना दुर्भाग्यजनक है सरकार को तत्काल इस निर्णय को वापस लेना चाहिए।
बैठक को संबोधित करते हुए कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष सिराज बक्श ने कहा की शिक्षा विभाग को अगर युक्ति युक्तिकरण करना है तो 2008 के सेटअप के आधार पर करे शिक्षक भर्ती जिस माप दंड के अनुसार हुई थी युक्ति युक्तिकरण भी उसी पैमाने के आधार पर किया जाना चाहिए।श्री बक्श ने कहा की नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए सरकार को बुनियादी शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए प्राथमिक शाला के लिए कम से कम 5 शिक्षको का सेटअप बनाना चाहिए ताकि सही मायने में बच्चो की बुनियाद मजबूत हो सके।
बैठक को ब्लॉक कार्यकारी अध्यक्ष राजेश चंद्राकर, ब्लॉक महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष श्रीमती मुनिया निर्मलकर, ब्लॉक सचिव लव निर्मलकर, ब्लॉक कोषाध्यक्ष आत्माराम साहू ,ब्लॉक उपाध्यक्ष अजय बंजारे, ब्लॉक सह सचिव गोपाल साहू, जितेंद्र साहू, राहुल चौधरी श्रीमती सीमा यादव, श्रीमती नूतन दुबे,रामेश्वरी साहू, कमला मांझी, महामंत्री राजेश भालेराव,कैलाश साहू,अनिल कुमार चन्द्राकर,हितेश कुमार चन्द्राकर,धर्मेंद्र ध्रुव,पंकज साहू,चन्द्रशेखर फुटान,नवनीत सिंह गुरुदत्ता,फगुलाल पटेल सहित बड़ी संख्या में शिक्षक साथी उपस्थित रहे।

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