राजिम कुंभ का फिर लौटा वैभव : मुख्यमंत्री श्री साय
कृषक उन्नति योजना में 24 लाख 72 हजार से अधिक किसानों के बैंक खातों में अंतरित की जाएगी 13 हजार करोड़ रूपए की राशि
महतारी वंदन योजना की पहली किस्त 7 मार्च को
श्री रामलला दर्शन योजना में श्रद्धालुओं को लेकर 5 मार्च को ट्रेन अयोध्या धाम के लिए होगी रवाना
राजिम। राजिम कुंभ कल्प मेला में जानकी जयंती के अवसर पर मुख्यअतिथि के रूप में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की धरती और प्रभु श्रीराम का ननिहाल है। राजिम कुंभ की शुरूआत डॉ. रमन सिंह की मुख्यमंत्रित्व काल में हुई थी। पिछले पांच वर्षों की इसका स्वरूप कुछ बिगड़ गया था। इस वर्ष कुंभ का आयोजन 10 गुना भव्यता के साथ हो रहा है। राजिम कुंभ के फिर से भव्य आयोजन से छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ा है और राजिम कुंभ का वैभव एक बार फिर लौटा है। उन्होंने कहा कि कुंभ में शामिल होने आए साधु-संतों के आशीर्वाद से राज्य में सुख-समृद्धि और खुशहाली आएगी। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी श्रद्धालुओं को राजिम कुंभ के आयोजन के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने मोदी जी की गारंटी पर भरोसा किया हम उसे पूरा करने के लिए लगातार फैसले ले रहे हैं। किसानों को बहुत जल्द धान बिक्री की अंतर की राशि मिलेगी। महतारी वंदन योजना का लाभ मिलना शुरू होगा। पात्र विवाहित महिलाएं आगे भी फार्म भरकर महंतारी वंदन योजना का लाभ ले सकेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी जी के गारंटी के अनुरूप में अयोध्या में श्री रामलला के दर्शन कराने के लिए हमनें श्री रामलला दर्शन योजना प्रारंभ की है, जिसमें हर वर्ष हजारों लोगों को अयोध्या धाम का दर्शन कराया जाएगा। 5 मार्च को रायपुर से इस योजना की पहल ट्रेन अयोध्या के लिए रवाना होगी। कहा कि हमने कैबिनेट की पहली बैठक में 18 लाख प्रधानमंत्री आवास बनाने का निर्णय लिया है। किसानों को दो वर्ष के बकाया धान बोनस के रूप में 3716 करोड़ रूपए की राशि उनके खाते में अंतरित कर दी गई है। 24 लाख 72 हजार किसानों को धान बिक्री की अंतर की राशि के रूप में 13 हजार करोड़ रूपए देंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राजिम कुंभ मेले की वेबसाइट लांच की और राजिम कुंभ पर आधारित पुस्तक का भी विमोचन किया। कार्यक्रम में भगवान राजीव लोचन पर आधारित लाइट एंड साउंड शो का प्रदर्शन किया गया।
राजिम के कण-कण भगवान शिव बसा हुआ – प्रदीप मिश्रा
आने वाले समय में राजिम कुंभ में देशभर से श्रद्धालु स्नान करने आएंगे
इस अवसर पर शिवमहापुराण कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने उन्होंने जय जोहार, जय छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया कहकर अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि राजिम के कण-कण में भगवान शिव बसा हुआ है। राजिम का यह कुंभ मीडिया के सहयोग से देश दुनिया में प्रतिष्ठित हो रहा है। पं. मिश्रा ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब देश के हर राज्य के लोग यहां कुंभ में स्नान करने आएंगे। माता जानकी द्वारा स्थापित शिवलिंग यहां कुलेश्वर महादेव के रूप में प्रतिष्ठित है। आज सोमवार है, अष्टमी का दिन है, ऐसे शुभ दिन में मुझे राजिम आने का मौका मिला है। महाराज जी ने कहा कि रामवनगमन क्षेत्र में राम से ज्यादा शिव के मंदिर है। यह पवित्र भूमि है प्रत्येक शिव हमें बताता है सारे समस्या का हल एक लोटा जल। सरकार का संकल्प है कि अब प्रदेश में धर्मांतरण नहीं होगा। हमें भी धर्मांतरण को रोकने और सनातन को बचाने के लिए हर शिवालय और देवालय जाना है। हम प्रयास करें कि अगली बार जब कुंभ भरे तब हर कोई इस कुंभ में आये।
साधु-संतों के आगमन और आशीर्वाद से कुंभ सफल होता है – बृजमोहन
धर्मस्व मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राजिम कुंभ के भव्य आयोजन के साथ-साथ इस साल का कुंभ रामोत्सव राजिम कुंभ के नाम से आयोजित करने की अनुमति दी है। साधु-संतों के आगमन और आशीर्वाद से कुंभ सफल होता है। मातृशोक के कारण मेरा शरीर मंच पर नहीं है, पर मेरी आत्मा एक महीने से यहीं है। पिछले 20 सालों में सबसे भव्य कुंभ इस बार हो रहा है। राजिम कुंभ तब तक पूरा नहीं होता जब तक साधु संत नहीं आते साधु संतों की अमृतवाणी से ही यह राजिम कुंभ कल्प सफल होता है। पूरे देश में चार कुंभ के होते हैं, ये चार कुंभ तो 12 साल में एक बार होते हैं, लेकिन राजिम कुम्भ कल्प पहला कुंभ है जो हर साल होता है।
सांसद श्री चुन्नीलाल साहू स्वागत ने भाषण देते हुए कहा कि राजिम केवल तीन नदियों का संगम नहीं है। तीन जिलों और छत्तीसगढ़ की संस्कृति का भी संगम है।
महामंडलेश्वर यतिन्द्रानंद गिरी जी महाराज ने कार्यक्रम में कहा कि पांच वर्ष बाद राजिम कुंभ भव्य और दिव्य स्वरूप में दिख रहा है। भारत सहित पूरी दुनिया में इस समय सनातन संस्कृति का पुर्नजागरण हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर भारत को विश्वगुरू बनाना है तो हम सब को एक होना होगा।
राजीव लोचन महाराज ने कहा कि जब-जब धर्म पर आघात होता है तब संतो और साधुओ पर प्रतिबंध लगाया जाता है। धर्म का स्तंभ हमें स्थापित करना होगा। जिस प्रकार से राम जन्मभूमि में राजा विक्रमादित्य का नाम जुड़ा है। इसी प्रकार राजिम कुंभ से बृजमोहन अग्रवाल का नाम जुड़ा हुआ है। जब-जब कुंभ का नाम दिया जायेगा बृजमोहन को याद किया जायेगा।
कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन राजिम विधायक रोहित साहू ने किया। कार्यक्रम में विधायक इंद्र कुमार साहू, संपत अग्रवाल, पूर्व विधायक रूप कुमारी चौधरी, अमितेश शुक्ला, जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू, राजिम नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रेखा जितेन्द्र सोनकर सहित अनेक जनप्रतिनिधि और देशभर से आए साधु-संत तथा बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे।