
नई दिल्ली, 21 सितंबर 2025: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 5 बजे राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं। यह घोषणा होते ही सोशल मीडिया और न्यूज चैनलों पर चर्चा का दौर शुरू हो गया है। पीएमओ इंडिया द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, संबोधन टीवी, रेडियो और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर लाइव प्रसारित होगा। हालांकि, संबोधन का मुख्य विषय अभी गोपनीय रखा गया है, लेकिन विशेषज्ञों और सोशल मीडिया यूजर्स के कयासों के मुताबिक, यह जीएसटी में होने वाले महत्वपूर्ण सुधारों, नवरात्रि जैसे आगामी त्योहारों पर स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील, और अमेरिका के साथ चल रहे एच1बी वीजा विवाद पर केंद्रित हो सकता है।
सोमवार यानी 22 सितंबर से जीएसटी की नई दरें लागू होने वाली हैं, जिसमें कई आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स में कटौती की गई है। माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस संबोधन में इन सुधारों का जिक्र कर महंगाई से राहत की बात करेंगे और आम नागरिकों को स्वदेशी सामान खरीदने के लिए प्रेरित करेंगे। एक वरिष्ठ पत्रकार ने बताया, “पिछले संबोधनों की तरह, इस बार भी कोई बड़ा ऐलान हो सकता है, जैसे कि आत्मनिर्भर भारत अभियान को नया आयाम देना।” नवरात्रि की शुरुआत कल से हो रही है, इसलिए धार्मिक उत्साह के बीच यह संदेश और भी प्रासंगिक माना जा रहा है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का सिलसिला सुबह से ही चल रहा है। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर #PMModi और #ModiSambodhan जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “आज शाम 5 बजे पीएम नरेंद्र मोदी का देश के नाम संबोधन! GST, आत्मनिर्भर और स्वदेशी पर फोकस?” वहीं, कुछ यूजर्स ने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि यह संबोधन राजनीतिक माहौल को शांत करने का प्रयास हो सकता है। दैनिक जागरण जैसे प्रमुख अखबारों ने भी इसे प्रमुखता से कवर किया है, जिसमें कहा गया है कि संबोधन अमेरिका-भारत व्यापार तनाव के बीच महत्वपूर्ण होगा।
पिछले संबोधनों का इतिहास देखें तो पीएम मोदी के ये अवसर अक्सर ऐतिहासिक साबित हुए हैं। 2016 में नोटबंदी की घोषणा, 2020 में कोविड-19 पर अपील, और 2021 में कृषि कानूनों पर बात—इन सभी ने देशव्यापी बहस छेड़ी थी। आज का संबोधन भी इसी कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है, खासकर जब बिहार चुनावों का दौर नजदीक आ रहा है।
देशभर के लाखों लोग टीवी के आगे नजरें गड़ाए इंतजार कर रहे हैं। क्या होगा आज का संदेश? क्या कोई सरप्राइज पैकेज खुलेगा? शाम 5 बजे सारे जवाब मिल जाएंगे। तब तक, राष्ट्र एकजुट होकर सुनने को तैयार है।