त्रिवेणी संगम मल मूत्र से अटा पड़ा, गंभीर बीमारी फैलने का अंदेशा…राजिम कुंभ कल्प के समय नदी में बना दिया गया अस्थाई शौचालय, मेला समाप्ति के पश्चात नहीं की गई सफाई
राजिम, छत्तीसगढ़ की प्रयाग नगरी राजिम में कुंभ मेले के समापन हुए एक माह बीत चुका हैं वहीं नदी में बनाए गए अस्थाई शौचालय को यूं ही छोड़ दिया गया है। स्वच्छता को लेकर एक बहुत बड़ी लापरवाही निकल कर सामने आ रही है। आपको बता दें कि राजिम मेले के लिए 37 करोड़ की बजट से राजिम मेले का भव्य आयोजन किया गया । राजिम मेले में लाखों की संख्या में अंचल के प्रसिद्ध मंदिर श्री राजीव लोचन ,श्री कुलेश्वर नाथ महादेव सहित मंदिरों का दर्शन करने श्रद्धालु व मेलार्थी घूमने पहुंचे ।
मेले के बाद नदी की सफाई व्यवस्था को नजर अंदाज कर सफाई की ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया गया जिसके कारण नदी में बनाया गया अस्थाई शौचालय का मल मूत्र नदी में ही पड़ा हुआ है जिसके कारण आसपास का वातावरण दूषित होने लगा है साथ ही गर्मी के मौसम में एनीकेट बंद होने से जल स्तर बढ़ने लगा है साथ ही शौचालय में पूरा नदी क्षेत्र का पानी अगर उसमें मिल जाता है तो संपूर्ण नदी का पानी दूषित हो जाएगा जिससे गंभीर बीमारी फैलने का अंदेशा है जिसे लेकर शासन प्रशासन द्वारा नदी की सफाई व्यवस्था को लेकर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया गया है और न हीं स्थानीय प्रशासन नदी की स्वच्छता को लेकर गंभीर नहीं है वहीं स्वच्छता को लेकर बड़ी लापरवाही बरती गई है । लोगों को बीमारी से जूझने भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।आपको बता दें कि अगर ऐसा ही शौचालय का मल मूत्र शीघ्र ही नहीं निकाला गया तो आने वाले समय में यह अंदेशा है कि पीलिया, हैजा व अन्य गंभीर बीमारी से राजिम और गोबरा नवापारा नगर वासियों को इसके दुष्प्रभाव से बचाना मुश्किल हो जाएगा l
तुकाराम कंसारी राजिम