रायपुर। DGP-IG कॉन्फ्रेंस का आज आखिरी दिन है। इसी के साथ ही पहले सत्र की बैठक शुरू हो चुकी है। जिसमें पुलिसिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग पर चर्चा हो रही है। वहीं दूसरे सत्र में देश के जियो-पॉलिटिकल मुद्दों पर चर्चा होगी और विदेशी हस्तक्षेप को लेकर रणनीति बनाए जाने की बात कही जा रही है।
इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के सामने खुफिया विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रेजेंटेशन दिए जा रहे हैं। पुलिसिंग में AI के उपयोग पर जोर दिया जा रहा है, जैसे भीड़ नियंत्रण और संदिग्ध की पहचान के लिए फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी इस्तेमाल करना शुरू हो गया है। खुफिया एजेंसियां और पुलिस बल AI और डिजिटल टूल्स के जरिए जांच और सुरक्षा बेहतर बनाने पर काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी और अमित शाह इस राष्ट्रीय सुरक्षा मंथन में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं, जिसमें आंतरिक सुरक्षा, आतंकवाद, नक्सलवाद, साइबर अपराध, महिलाओं की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा हो रही है। साथ ही, इस सम्मेलन में देश की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए पुलिस बल को आधुनिक तकनीक से लैस करने और अपराधों पर कड़ी कार्रवाई के लिए रणनीति बनाई जा रही है।




