छत्तीसगढ़

CG Naxal Encounter: दंतेवाड़ा-बीजापुर बॉर्डर पर मुठभेड़, 6 से अधिक नक्सलियों के मारे जाने की खबर

बीजापुर : छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा–बीजापुर बॉर्डर से एक बार फिर बड़ी नक्सल मुठभेड़ की खबर आई है। सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच पिछले 24 घंटों से रुक-रुककर गोलाबारी जारी है।

जानकारी के मुताबिक इस ऑपरेशन में अब तक 6 से अधिक नक्सली ढेर किए जा चुके हैं। कल यहीं 12 नक्सलियों का एनकाउंटर हुआ था, जबकि मुठभेड़ में DRG के 3 जवान शहीद हो गए और 2 घायल हैं। मौके पर स्थिति तनावपूर्ण है और सुरक्षा बलों की अतिरिक्त टुकड़ियां भी भेजी गई हैं।

बुधवार को इसी इलाके में 12 नक्सली मारे गए थे, इनमें वेस्ट बस्तर डिवीजन का डिविजनल कमेटी मेंबर (DVCM) वेल्ला मोडियम भी शामिल था। मारा गया वेल्ला कई बड़ी नक्सल घटनाओं का मास्टरमाइंड माना जाता था। नक्सलियों के पास से LMG, SLR, इंसास और अन्य आधुनिक हथियार मिले हैं।

एनकाउंटर के दौरान बड़ा नुकसान

बस्तर रेंज के I.G. सुंदरराज पी. ने बताया कि इस मुठभेड़ में DRG के हेड कॉन्स्टेबल मोनू वडारी, हेड कॉन्स्टेबल रमेश सोड़ी और कॉन्स्टेबल दुकारू गोंडे शहीद हुए। जवानों की टीम गंगालूर थाना क्षेत्र के गहरे जंगलों में सर्च ऑपरेशन पर निकली थी। तभी घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की जिससे कई नक्सली ढेर हुए।

घटना स्थल पर अभी भी कॉम्बिंग ऑपरेशन चल रहा है और इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। बैकअप टीम को भी भेजा गया है और ऑपरेशन पूरा होने तक विस्तृत जानकारी गोपनीय रखी जाएगी।

“नक्सलवाद अब अंत की ओर”

एनकाउंटर पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा “हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। नक्सलवाद को जड़ से खत्म किया जाएगा।” वहीं गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि नक्सलवाद अब अंतिम दौर में है और सरकार लगातार मजबूत कार्रवाई कर रही है।

18 नवंबर को ढेर हुआ था कुख्यात हिड़मा

बस्तर में नक्सल मोर्चे पर सुरक्षा बलों को यह लगातार दूसरी बड़ी सफलता मानी जा रही है। 18 नवंबर को छत्तीसगढ़-आंध्र बॉर्डर पर कुख्यात कमांडर माडवी हिड़मा एनकाउंटर में मारा गया था। हिड़मा की पत्नी राजक्का और 4 अन्य नक्सली भी उसी कार्रवाई में ढेर किए गए थे। हिड़मा वर्षों से बस्तर में कई जानलेवा आतंकी घटनाओं का नेतृत्व कर रहा था।

बीजापुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर पर जारी यह ऑपरेशन इस बात का संकेत है कि सुरक्षा बल नक्सल नेटवर्क को काफी कमजोर कर चुके हैं। सर्च अभियान जारी है और आने वाले घंटों में और भी अहम जानकारी सामने आ सकती है।

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