Blog

महानदी मुख्य नहर फूटने की घटना-किसानों की सूझबूझ और अधिकारियों की सक्रियता से टली बड़ी घटना-पढ़िए विस्तृत रिपोर्ट…

महानदी मुख्य नहर फूटने की घटना-किसानों की सूझबूझ और अधिकारियों की सक्रियता से टली बड़ी घटना-पढ़िए विस्तृत रिपोर्ट…

आरंग। महानदी मुख्य नहर में शुक्रवार दोपहर अचानक आई दरार ने हजारों एकड़ फसल डुबोने का खतरा खड़ा कर दिया था, लेकिन किसानों की जागरूकता और अधिकारियों की त्वरित सक्रियता से बड़ी घटना टल गई। घटना नहर के 84वें किलोमीटर पर घटित हुई, जहां सिचाई के लिए लगी कुलापा के पास तेज पानी के दबाव से मिट्टी घुलकर लगभग 15 फीट चौड़ा हिस्सा कट गया।ग्राम कुकरा के किसान खेमचंद साहू ने अपने खेत में खाद छिड़कते समय नहर का गंदा पानी देखा और स्थिति को भांपते ही तत्काल सरपंच नंदलाल डहरिया को सूचना दी। सरपंच मौके पर एक दर्जन युवकों के साथ पहुंचे और झाड़ियों व मिट्टी डालकर पानी के बहाव को रोकने का प्रयास किया। साथ ही जिला पंचायत सदस्य वतन चन्द्राकर को जानकारी दी गई।सूचना मिलते ही चन्द्राकर ने तत्काल कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह, जिला पंचायत सीईओ सहित अन्य अधिकारियों को अवगत कराया। वहीं सरपंच ने सिंचाई विभाग के टाइमकीपर रामेश्वर साहू को खबर दी।

अधिकारियों ने बिना देर किए एक घंटे के भीतर जेसीबी व ट्रैक्टर की मदद से मरम्मत कार्य शुरू कराया। तेजी से काम कर कटे हुए हिस्से को बंद कर पानी के बहाव पर काबू पाया गया। इसके बाद अधिकारियों व किसानों ने राहत की सांस ली।सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता साहू ने बताया कि वर्तमान में 20 मीटर चौड़ी इस नहर में लगभग 5000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जो बलौदाबाजार-भाटापारा के किसानों की मांग पर 6 सितंबर को बढ़ाया गया था। घटना के बाद रुद्री बैराज से पानी की मात्रा घटाकर 500 क्यूसेक कर दी गई।किसानों का कहना है कि नहर में रीमॉडलिंग हुए 15 साल बीत चुके हैं, लेकिन इस दौरान न तो साफ-सफाई हुई और न ही माटरिंग। इसी लापरवाही के चलते दरार फूटी। किसानों का यह भी कहना है कि अगर यह हादसा रात में होता तो हजारों एकड़ धान की खड़ी फसल तबाह हो जाती। इधर घटना के बाद जिला पंचायत सदस्य वतन चन्द्राकर ने कहा यदि किसानों ने समय रहते सूचना नहीं दी होती तो भारी तबाही हो सकती थी। प्रशासन ने भी तुरंत प्रतिक्रिया देकर यह साबित किया कि किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लिया जाता है।घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधिकारी देर शाम तक मौके पर तैनात रहे।किसानों की सूझबूझ और प्रशासन की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया, लेकिन इस घटना ने नहरों के रखरखाव पर सवाल खड़े कर दिए हैं।घटना स्थल पर कलेक्टर डॉ गौरव सिंह एस डी एम आरंग अभिलाषा पैकरा सहित राजस्व के तमाम अधिकारी सिचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता एस के साहू सहित अन्य कर्मचारी लम्बोदर पटेल डी एस पी व मंदिरहसौद थाना प्रभारी आशीष यादव दलबल के साथ सुरक्षा की दृष्टि से मौजूद थे।इनके अलावा सिचाई पंचायत के पूर्व अध्यक्ष भूपेंद्र शर्मा थान सिंह साहू धनी राम साहू ग्राम पंचायत रीवा के सरपंच घसिया राम साहू पूर्व सरपंच चन्द्रप्रकास साहू संडी के पूर्व सरपंच महेश साहू सहकारी समिति लखौली के अध्यक्ष दिनेश चन्द्राकर सिंचाई विभाग के पूर्व कर्मचारी शिरीष साहू हरि राम साहू मन्नू यादव कोटवार मानिकदास मानिकपुरी सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
विनोद गुप्ता-आरंग

Related Articles

Back to top button