महासमुन्द: 15 दिन से बंद कृषि उपज मंडी के मुख्य द्वार खोले गए, जनता को मिली राहत

महासमुन्द की पुरानी कृषि उपज मंडी के दोनों मुख्य द्वारों को बंद कर दिए जाने के चलते आमजन को हो रही भारी परेशानी को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मंडी प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए गेट तत्काल खोलने की मांग की थी। नगर पालिका उपाध्यक्ष देवीचंद राठी और भाजपा शहर मंडल आई.टी. सेल प्रभारी शरद मराठा ने मंडी सचिव पुरनसिंग कश्यप से पिटियाझर स्थित कार्यालय में मुलाकात की और 24 घंटे के भीतर गेट खोलने की मांग की थी।

जनप्रतिनिधियों ने बताया कि मंडी गेट बंद होने से वार्ड क्रमांक 14, 19, 20 और 21 के नागरिकों, रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड आने-जाने वालों, स्कूल के छात्र-छात्राओं को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। ट्रैफिक का दबाव पुराने मछली मार्केट रोड पर बढ़ गया था, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई थी।
सचिव पुरनसिंग कश्यप ने जनहित को ध्यान में रखते हुए तुरंत मंडी के दोनों द्वार खुलवा दिए। साथ ही उन्होंने निर्माणाधीन मंडी कॉम्प्लेक्स को शीघ्र पूर्ण कर व्यवस्थित करने का आश्वासन भी दिया।
जनप्रतिनिधियों ने सचिव को सुझाव दिया कि काम्पलेक्स निर्माण में यदि कोई तकनीकी खामी है, तो जांच के उपरांत ही ठेकेदार को अंतिम भुगतान किया जाए। इसके साथ ही मंडी परिसर के आसपास की अव्यवस्था को दूर करने तथा अतिक्रमण हटाने के लिए जिला प्रशासन और तहसीलदार से समन्वय कर कार्यवाही करने की बात भी कही गई।
नगरपालिका उपाध्यक्ष राठी ने पुलिस प्रशासन से भी मांग की कि मंडी कॉम्प्लेक्स के आसपास असामाजिक तत्वों की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए पुलिस गश्त बढ़ाई जाए ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे।