विशेष-नगर का 100 साल पुराना स्कुल खंडहर में हो रहा तब्दील-कब पड़ेगी प्रशासन और जन प्रतिनिधियो की नजर…?
आरंग। एक और जहाँ सरकार स्कुलो के रखरखाव और मरम्मत को अलर्ट मोड़ में है वही आरंग का 100 साल पुराना स्कुल अपनी बेबसी पर आंसू बहा रहा है। सदर मार्ग में स्थित आरंग का सबसे पुराना स्कुल प्रायमरी शाला की पुरानी बिल्डिंग तो पूरी तरह ध्वस्त हो गई है और बाद में बने नये भवन भी जवाब देने लगे है। ऐसी स्थित में कक्षा आठवी तक क्लास लगाने शिक्षको को जद्दोजेहाद करना पड़ रहा था। हालात की जानकारी मिलने के बाद BEO आरंग ने कलेक्टर के निर्देश का हवाला देते हुए स्कुल को 02 शिफ्ट में लगाने का आदेश जारी कर दिया जिसके चलते अब प्रायमरी और मिडल स्कुल 02 शिफ्ट में लगना शुरू हो गया है। अब सवाल ये उठता है कि शिक्षा और स्कुल के उन्नयन के लगातार प्रयास के बाद भी प्रशासन और जन प्रतिनिधियो की नजर इस स्कुल पर क्यों नही पड़ रही है। वर्तमान में इस स्कुल में आठवीं तक की कक्षाएं संचालित है। सबसे पुराने स्कुल होने के कारण इस स्कुल से कई बड़े राज नेता अधिकारी और कर्मचारी पढ़ कर निकले है परंतु दुर्भाग्य की बात है यह स्कुल धीरे धीरे खंडहर में तब्दील होते जा रही है।
मुख्यमंत्री स्कुल जतन योजना के अंतर्गत कई स्कुलो का जतन किया जा रहा है परंतु आरंग का सबसे पुराना ऐतिहासिक स्कुल आज भी इससे अछूता रहा है।स्कुल प्रशासन ने बताया कि जिम्मेदार शिक्षको द्वारा स्कुल के निरन्तर गिरने की सूचना से उच्चाधिकारीयो एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियो को लगातार कई सालो से लिखित रुप से दी जा रही है।परंतु आश्चर्य की बात है कि अब तक नगर के इस ऐतिहासिक स्कुल को जतन करने के कोई ठोस प्रयास नही हो पाया।
विनोद गुप्ता-आरंग