स्कूल लगने से पहले ही बिल्डिंग मे आई दरार…. शिक्षकों को अनहोनी की सता रही चिंता…. 01 करोड़ 11 लाख रुपए से निर्मित शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल भवन जर्जर……
भ्रष्टाचार का आलम देखिए स्कूल में कक्षा लगने से पहले ही बिल्डिंग मे दरार में आ गई, इसका मुख्य कारण है कि इंजीनियर कभी साइट पर नहीं जाते हैं और राजमिस्त्री एवं मजदूरों के ऊपर भवन निर्माण की जिम्मेदारी सौंप दी जाती है। जिसके कारण मानक के अनुसार कार्य नहीं हो पता है। ऐसा ही मामला जिला मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित ग्राम बम्हनी से आया है जहां 01 करोड़ 11 लाख रुपए से निर्मित शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल भवन में स्कूल लगने से पहले ही दरार आ गई है। जानकारी के अनुसार भवन के निर्माण 2022 में किया गया। लोकार्पण का स्कूल भवन में बोर्ड भी लगा हुआ है
जिसमें काले पत्थर में मुख्य अतिथि श्री भूपेश बघेल मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन, अध्यक्षता श्री ताम्रध्वज साहू प्रभारी मंत्री छत्तीसगढ़ शासन, विशिष्ट अतिथि श्री विनोद सेवालाल चंद्राकर, संसदीय सचिव एवं विधायक महासमुंद, श्री चुन्नीलाल साहू सांसद लोकसभा क्षेत्र महासमुंद, श्रीमती उषा पटेल अध्यक्ष जिला पंचायत महासमुंद,श्री यतेंद्र साहू अध्यक्ष जनपद पंचायत महासमुंद एवं जनप्रतिनिधियों गणमान्य अतिथियों नागरिकों की गरिमा में उपस्थिति में गुरुवार दिनांक 15 दिसंबर 2022 को संपन्न हुआ लिखा हुआ है। आप अंदाजा लगा सकते हो की 15 दिसंबर 2022 को लोकार्पण होने वाले स्कूल भवन की दीवारों में साल भर बाद ही मोटी – मोटी दरार आ गई है इतना ही नहीं भवन के कई कोनों से जमीन भी खिसक गई है। स्थिति यह है कि अब इस स्कूल भवन में शिक्षकों को अनहोनी की चिंता भी सता रही है। जिसके कारण कक्षा लगाने में अब शिक्षक भी डर रहे हैं।
भवन के बारे मे प्रभारी प्राचार्य कागजी ने बताया ……..
बम्हनी में जो बिल्डिंग है उसमे एजेंसी लोक निर्माण विभाग रहा है और उनके माध्यम से निर्माण हुआ है और जिस समय निर्माण हो रहा था उस समय भी यह गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य चल रहा था संबंधित ठेकेदार को हम लोगों ने बार-बार कहा भी लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया और उसके पश्चात भी बिल्डिंग को निर्माण करके खड़ा कर दिया गया और गुणवत्ताहीन होने के कारण से यह बिल्डिंग जो अपने आप में फटना दरार आना शुरू हो गया और जगह-जगह जो है दरवाजे हैं खिड़कियां हैं वह भी टूटना चालू हो गया और इस स्थिति में इसको हैंड ओवर लेना यह उचित नहीं था। इस संबंध में हमने सर्वप्रथम तो लोक निर्माण विभाग संबंधित बिल्डिंग के एजेंसी है उनके उच्च अधिकारी से हमने संपर्क किया, जिला शिक्षा अधिकारी को भी अवगत कराया और स्वयं माननीय कलेक्टर महोदय जी के पास जाकर के बिल्डिंग के बारे में अवगत कराया गया।
स्कूल संचालित नहीं होने के कारण पर प्रभारी प्राचार्य ने बताया कि….
माननीय कलेक्टर महोदय को बताने के बाद उनके टीम में सम्माननीय अपर कलेक्टर महोदय जी आए हुए थे और उनके द्वारा निर्देश दिया गया संबंधित विभाग के एजेंसी को तो उनके द्वारा कुछ कार्य भी निर्माण चल रहा है मरम्मत का कार्य जिसमें वह फटा हुआ दीवाल था उसको तोड़ा गया है और प्लंबरिंग का काम जो वाटर रनिंग का प्रॉब्लम था उसको सुधारा गया है तो इस कारण से थोड़ा सा रुके हुए हैं और बाकी वही समस्या था और जिस समस्या के कारण से अभी हम क्लास संचालित नहीं करा पा रहे है।
प्रभारी प्राचार्य ने बिल्डिंग पर बताई यह समस्या…
माननीय अपर कलेक्टर महोदय जी आए हुए थे तो देख कर के गए हैं बहुत सारी समस्याएं हैं और सारी समस्याओं को अगर हम एक-एक बिंदुओं पर देखें तो संभव नहीं है कि वह सारी समस्याओं का समाधान हो सके लेकिन मोटी मोटी समस्या है जैसे दीवाल फट गया है उसका मरम्मत जरूरी है, दरवाजा और खिड़कियां जो टूट रहे हैं जिसमें पर्याप्त पेंट नहीं लगा हुआ है जिसके कारण जंग लग रहा है। बाथरूम और टॉयलेट का काम जरूरी है। कुछ अनियमितताएं है माननीय कलेक्टर महोदय के माध्यम से देखा गया है और साथ ही साथ जो वाटर रनिंग का कार्य था वह भी अधूरा है।
हायर सेकेंडरी स्कूल बम्हनी की बिल्डिंग को निर्माण हुए 2 साल होने को है स्कूल के प्राचार्य के पत्राचार के बाद कुछ दिन पहले ही अपर कलेक्टर बम्हनी पहुंचे जहां पूरे बिल्डिंग की जांच किया किया गया। जांच में बिल्डिंग में दरार पाया गया इसके बाद 20 बिंदु पर जांच के आदेश दिया है। बिल्डिंग को जिस ठेकेदार ने बनाया है अनिल साहू उनका कोविड के समय मृत्यु हो गया इसलिए उनके सहयोगी के द्वारा अब बिल्डिंग के दरार को ठीक किया जा रहा है
वही पार्टीशन वाले कमरे को पूरी तरह से तोड़कर अब उस कमरे की दीवार को लीपा पोती कर एक बार फिर से तैयार किया जा रहा है। बड़ा सवाल यह उठता है की बिल्डिंग में कक्षा लगने से पहले ही दरार क्यों आ गई क्या पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी इंजीनियर जिस समय भवन निर्माण हो रहे थे उसे समय निरीक्षण नहीं किया या फिर ठेकेदार और मजदूरों के भरोसे भवन निर्माण का जिम्मा सौंप दिया गया था जिसके कारण आज स्कूल भवन 2 सालों में ही जर्जर हो गया। वर्तमान की अगर बात करें तो पीडब्ल्यूडी के डिवीजन और सब डिवीजन में दोनों ही अधिकारी धमतरी से प्रभार में है दोनों अधिकारियों से संपर्क किया गया लेकिन सवालों के जवाब नहीं दे पा रहे हैं।