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सत्तीचौरा दुर्गा मंदिर की अद्भुत परंपरा – प्रतिदिन बदलती है माता की प्रतिमा की पेंटिंग और श्रृंगार

सत्तीचौरा दुर्गा मंदिर की अद्भुत परंपरा – प्रतिदिन बदलती है माता की प्रतिमा की पेंटिंग और श्रृंगार

सत्तीचौरा दुर्गा मंदिर की अद्भुत परंपरा – प्रतिदिन बदलती है माता की प्रतिमा की पेंटिंग और श्रृंगारदुर्ग।

नवरात्रि के पावन पर्व पर प्रदेशभर के मंदिरों में मां दुर्गा की आराधना और विशेष आयोजन हो रहे हैं। इसी क्रम में दुर्ग जिले के गंजपारा स्थित सत्तीचौरा दुर्गा मंदिर में विगत 46 वर्षों से एक अनूठी परंपरा निभाई जा रही है। यहां नवरात्रि के अवसर पर 18 भुजाओं वाली माता की प्रतिमा स्थापित की जाती है और प्रतिदिन उनका नया श्रृंगार किया जाता है।विशेषता यह है कि श्रृंगार केवल आभूषण और वेशभूषा तक ही सीमित नहीं होता, बल्कि प्रतिमा की पेंटिंग भी प्रतिदिन बदली जाती है। प्रदेश में इस तरह की परंपरा कहीं और नहीं देखने को मिलती।सुबह 10 बजे से प्रतिमा के श्रृंगार की प्रक्रिया प्रारंभ होती है। प्रतिमा को नई पेंटिंग से सजाने के बाद प्रतिदिन अलग रंग की साड़ी और आभूषण पहनाए जाते हैं।

यह पूरी प्रक्रिया भक्तों के लिए अलौकिक दृश्य प्रस्तुत करती है।मंदिर समिति के सदस्यों ने बताया कि विगत 40 वर्षों से राजीव नगर निवासी हेमंत मानिकपुरी प्रतिमा का श्रृंगार कर रहे हैं। प्रतिदिन माता की वेशभूषा और रंगों में बदलाव भक्तों को नया अनुभव प्रदान करता है।नवरात्रि के दिनों में यहां दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। भक्तों का कहना है कि प्रतिदिन माता का अलग-अलग रूप में श्रृंगार न केवल भक्ति की अनुभूति कराता है बल्कि कला और परंपरा का जीवंत उदाहरण भी प्रस्तुत करता है।श्री सत्तीचौरा मां दुर्गा मंदिर समिति, गंजपारा, दुर्ग (छ.ग.)ने सभी मीडिया प्रतिनिधियों और श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि इस अद्भुत और अनोखे आयोजन को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोग प्रदान करें।

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