राजिम कुंभ कल्प के मंच पर स्थानीय कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों से खूब वाहवाही लूटी
राजिम। राजिम कुंभ कल्प में श्रीकुलेश्वर महादेव मंदिर के पास बने सांस्कृतिक मंच में स्थानीय कलाकार शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकांे से खूब वाहवाही लूट रहे हैं। मंच पर प्रतिदिन सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक, लोक कलामंच, भजन संध्या, रामायण, पंथी, सुआ जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा बिखर रही है। मेला के 12वें दिन चौबेबांधा के श्रीराम दरबार मानस मंडली द्वारा रामायण की प्रस्तुति दी। जिसमें हनुमान जी द्वारा माता सीता को खोजने लंका जाने वाले पात्र का बताया। कार्यक्रम की अगली प्रस्तुति में छुईया के चैतूराम नाचा पार्टी ने प्रहसंग और नृत्य की प्रस्तुति दी। खेमचंद यादव लोहरसी ने भजन संध्या के माध्यम से ईश्वर की स्तुति की, जिसमें प्रभु तुम चंदन….. जग में सुंदर है दो नाम…. ऐसी लागी लगन…..
इन गीतों ने दर्शको को भक्ति की रास्ता दिखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बेमेतरा के कुंती गंधर्व ने पंडवानी के माध्यम से दर्शको को बताया कि कौरव और पांडवो के द्वारा जुआ खेला गया जिसके परिणाम के बारे में बताया। पंडरीपानी के पुरूषोत्तम बंजारा ने जस झांकी की प्रस्तुति दी गई। जिसमें माता दुर्गा के नव अवतारो का उल्लेख किया का तोला मानव दाई का तोला मानव वो….. जैसे और भी अनेक जसगीत प्रस्तुत किए। फुलझर गौकरण मानिकपुरी ने लोकमंच के द्वारा अनेक छत्तीसगढ़ी गीत के साथ नृत्य की प्रस्तुति दी। राजिम के जगन्नाथ पटेल ने नंगाड़ो के साथ और मंच पर अनेक रंग के गुलाल उड़ाते हुए फाग गीत की प्रस्तुति दी गई। जिसमें माहौल होलीमय बना दिया।
कुसुमबुड़ा के ईशा रानी धु्रव ने राजा भरथरी की प्रेम कहानी की प्रस्तुति दी। प्रशान्त सोनवानी कठौली ने मानस भजन जय-जय राम, जय सिया राम…. गीतो को गाकर दर्शको को भी गुनगुनाने के लिए मजबूर किया। जयलाल परगनिहा बहेराबुड़ा गरियाबंद ने जसगीत को दर्शको को सरल बताने के लिए झांकी भी दिखाया गया। लोकनृत्य दल ने भी शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों का दिल जीत लिया। कलाकारों का सम्मान राजिम विधायक रोहित साहू, राजिम नगर पंचायत के अध्यक्ष श्रीमती रेखा-जितेन्द्र सोनकर सहित स्थानीय जनप्रतिनिधयों ने स्मृति चिन्ह और गुलदस्ता भेंटकर किया।
✍️ तुकाराम कंसारी राजिम