भोपाल में आयोजित संगोष्ठी में छत्तीसगढ़ पर डॉ. परदेशीराम वर्मा देंगे व्याख्यान
भिलाई । मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थापित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय संग्रहालय के 48वें स्थापना दिवस पर 22-23 मार्च को छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति पर केन्द्रित संगोष्ठी का आयोजन किया गया है ।
छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं लोककला तथा परंपराओं पर इस अवसर पर व्याख्यान देने हेतु भिलाई से साहित्यकार डॉ. परदेशीराम वर्मा आमंत्रित किए गए हैं । उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन के द्वारा डॉ. परदेशीराम वर्मा को 1999 माधवराव सप्रे सम्मान मिल चुका है । प्रसिद्ध कलाकार देवदास बंजारे की जीवनी पर यह सम्मान मिल चुका है । प्रसिद्ध कलाकार देवदास बंजारे की जीवनी पर यह सम्मान आरूग फूल पुस्तक लेखन के लिए मिला । डॉ. परदेशीराम वर्मा का समग्र लेखन छत्तीसगढ़ पर और उसकी संस्कृति, परंपरा लोकजीवन पर केन्द्रित है । उन्हें 2003 में पंड़ित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से मानद् डी. लिट तथा 2011 छत्तीसगढ़ राज्य का शीर्ष साहित्य सम्मान पं. सुंदर लाल शर्मा पुरस्कार मिला । वे 23 मार्च को अपना व्याख्यान देंगे । वे अगासदिया एवं छत्तीसगढ़ जनवादी लेखक संघ के अध्यक्ष हैं । उनका उपन्यास आवा हिन्दी एम.ए. के पाठ्यक्रम में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में सम्मिलित हैं । बी.ए. और दसवीं के पाठ्यक्रम में भी कहानियाँ सम्मिलित है ।
✍️ तुकाराम कंसारी राजिम