बालसाहित्य लेखन हेतु शिक्षिका पूर्णेश हुई सम्मानित
राज्य स्तर पर विगत दिनों पठन महोत्सव का आयोजन
न्यू सर्किट हाउस में किया गया। जिसमें बाल साहित्य लेखन के लिए शिक्षिका पूर्णेश को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया इस पठन महोत्सव को संस्था रूम टू रीड एवं एससीईआरटी शंकर नगर रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया ।
उक्त कार्यक्रम में राज्य से बाल साहित्य लेखन के क्षेत्र में कार्य कर रहे शिक्षकों व पालकों को आमंत्रित किया गया था । ज्ञात हो कि रूम टू रीड संस्था विगत वर्षों से राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ रायपुर सहयोग से सहायक संचालक डॉ. एम सुधीश सर के मार्गदर्शन में साहित्य लेखन का कार्य कर रही है । इस हेतु समग्र शिक्षा द्वारा शिक्षकों को बाल साहित्य लेखन हेतु लगातार कार्यशाला के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा रहा है।
उसी का परिणाम है कि प्रदेश के शिक्षकों द्वारा लिखे गए बाल साहित्यों को पुस्तक और स्टोरी कार्ड बना कर राज्य की चौदह स्थानीय भाषाओं में अनुवाद किया गया है । सराकर की मंशा है की निकट भविष्य में इसे राज्य की समस्त प्राथमिक शालाओं के पुस्तकालय हेतु उपलब्ध कराया जाएगा । इस अवसर पर शिक्षिका पूर्णेश जी का कहना है बाल कहानियों के माध्यम से बच्चों में सृजनशीलता,कल्पनाशीलता का विकास होता हैं।
बाल कहानियों से बच्चों के आत्मविश्वास में वृद्धि होती हैं। चित्र कहानियों के माध्यम से बच्चे अधिगम स्तर पर शीघ्रता से पहुंच सकते हैं।
उक्त कार्यक्रम में बाल साहित्य चमकी चिड़िया और मोबाइल के लेखन के लिए लेखक एवं अनुवाद के शिक्षक श्रीमती पूर्णेश डड़सेना शिक्षक शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला चंगोराभाठा द.पूको पूर्व को प्रशस्ति पत्र प्रदान करके सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर रुम टू रीड के प्रोग्राम ऑपरेशन डायरेक्टर डॉ भाग्यक्ष्मी बालाजी, एससीईआरटी से डिकेश्वर वर्मा,उपसंचालक एससीईआरटी से पुष्पा किस्पोट्टा यूएसएआईडी से डॉ पूनम स्मिथ,खैरागढ़ विश्वविद्यालय से कपिल शर्मा,सुश्री रागिनी सिंह,डाइट कोरिया से अनिल बंजारे ,मुकेश रुम दू रीड, मुख्य रूप से उपस्थित थे।