दुर्ग संभाग के उरला (पाटन) से मॉ खल्लारी व मॉ चंडी दर्शन करने पहुंचे स्कूली बच्चों ने यहां की मनोरम दृश्य से हुये आनंदित

खल्लारी/ महासमुंद जिला के प्रसिद्ध दैवीय माता तीर्थ स्थल खल्लारी स्थित पहाड़ी वाली खल्लारी मातेश्वरी के दर्शन पुजन करने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उरला (पाटन/दुर्ग) के विद्यालय परिवार से प्राचार्य, व्याख्याता, शिक्षक व शिक्षिकायें संहित बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने एक साथ मां खल्लारी का दर्शन पुजन करने के साथ खल्लारी पहाड़ी ऊपर प्राकृतिक सौंदर्य के मनोरम दृश्यों के साथ महाभारत कालीन चिन्हों को भी पहाड़ी ऊपर प्रमुखता से अवलोकन किया। बता दें कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उरला (पाटन) से 16 लोगों के स्टाप के साथ करीब 40 छात्र – छात्राएं भी खल्लारी पहुंचे थे। इस दौरान ग्राम पंचायत खल्लारी के उपसरपंच तारेश साहू एवं छत्तीसगढ़ मिडिया एसोसिएशन के ब्लॉक उपाध्यक्ष इन्द्रकुमार चौहान से प्राचार्य, शिक्षक व शिक्षिकायें संहित स्कूली बच्चों से सौजन्य भेंट मुलाकात भी हुआ। पहाड़ी ऊपर में खल्लारी मातेश्वरी दर्शन पुजन पश्चात अपने शिक्षकों के साथ स्कुली बच्चों ने पहाड़ी नीचे माता राऊर स्थित खल्लारी मातेश्वरी मंदिर में यहां भी विधिवत दर्शन पुजन किया। वहीं दर्शन पुजन पश्चात तेरहवीं शताब्दी के ऐतिहासिक जगन्नाथ मंदिर भी पहुंचा, जहां ऐतिहासिक जगन्नाथ मंदिर की भव्यता और मंदिर के इतिहास को जाना एवं मंदिर निर्माण कलाकृतियों का पुरे स्कूल परिवार ने प्रशंसा भी किया। इस मौके पर विद्यालय के प्राचार्य मंजु शुक्ला व शिक्षक शिक्षिकाओं में प्रेमलता विश्वकर्मा, मेघा प्रांनले, सी.के. यदु, ललित किशोरी साहू, निशा चन्द्राकर, वनिता बंजारे, सुषमा चंदोला, वर्षा देवांगन, मुकेश साहू, शोलेन्द्र कुमार साहू, भुनेश्वर साहू, शत्रुघ्न ठाकुर, जितेंद्र निषाद, ईशिका यादव, चमेली यादव सहित स्कूली बच्चे बड़ी संख्या में खल्लारी मातेश्वरी दर्शन पुजन के साथ खल्लारी के प्राकृतिक सौंदर्य का खुब लुप्त उठाये। तत्पश्चात बागबाहरा के घुंचापाली स्थित चण्डी माता मंदिर दर्शन पुजन करने पहुंचे।

स्कुली बच्चों ने कहा प्रदेश में खल्लारी का अपना अलग पहचान :-* प्राचार्य, शिक्षक व शिक्षिकायें संहित स्कूली बच्चों ने यहां अपने पुरा दिन बिताने पश्चात कहा कि माॅ खल्लारी के दर्शन पुजन से अद्भुत आत्मशांति की अनुभूति मिली है, साथ ही पहाड़ी ऊपर नीचे खल्लारी गांव के मनोरम दृश्यों को देख वे आनंदित हो गये। वहीं सभी एक स्वर में कहा की प्रदेश में खल्लारी का अपना अलग पहचान है। और आगे चल कर यह स्थान पुर्ण रूप से पर्यटन के रूप में जरूर विकसित होगा है।


