दसवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर ग्रामीण महिलाओं को योग के प्रति जागरूक किया,ग्राम गोडाडीह, विकास खण्ड मस्तुरी जिला बिलासपुर
योग शिक्षिका धानी मानिकपुरी ने बताया कि महिला एक विशाल वृक्ष के जड़ होती है महिला का ठीक होना अति आवश्यक है गांव की महिलाएं यह सोचती है कि हम योग नहीं करेंगे हमें योग करने की क्या आवश्यकता है लेकिन गांव की महिलाओं को योग करना बहुत जरूरी है क्योंकि घर का सारा काम वह खुद अकेली ही करती है वह अपना ध्यान बिल्कुल भी नहीं रखती ना ढंग से सोती है ना ढंग से खाती है जिसकी वजह से गांव की महिलाओं को एनीमिया रक्त संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ता है तथा इस एनिमीया बीमारी को योगाभ्यास के माध्यम से ठीक किया जा सकता हैं
योग शिक्षिका धानी मानिकपुरी ने बताया कि कब हमें सोना चाहिए कब हमें उठाना चाहिए तथा डाइट के बारे में भी बताया गया 7:00 से 10:00 बजे के बीच नाश्ता कर लेना चाहिए तथा 12 से 2:00 के बीच दोपहर का खाना खा लेना चाहिए रात का खाना 8:00 बजे से पहले खा लेना चाहिए एनीमिया के मरीज को सुबह खाली पेट चुकंदर और अनार का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए आयरन की दवाइयो का सेवन करना चाहिए योग शिक्षिका धानी मानिकपुरी ने बताया कि योग हमारे जीवन का हम हिस्सा है
क्योंकि यह स्वयं और समाज को सफल बनाता है इसी बात को समझकर योग शिक्षिका धानी मानिकपुरी द्वारा ग्रामीण महिलाओं को योग की विशेषताएं और योग से होने वाले लाभ के बारे में बताया गया योग से हम अपने शरीर को कैसे मजबूत और स्वच्छ और समृद्ध बना सकते हैं तथा महिलाओं को योग कराया गया विशेष कर महिलाओं के लिए योग जैसे की तितली आसन, भुजंगासन, पवन मुक्त आसन, बध्द कोणासन चक्रासन, हलासन, सर्वांगासन, अनुलोम विलोम कपालभाति आदि आसान कराया गया