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आत्मानन्द स्कुल के इस शिक्षक को मिला “अग्नि पुराण के ज्योतिष शास्त्र” की समीक्षा के लिए पीएचडी

आत्मनंद स्कुल के इस शिक्षक को मिला “अग्नि पुराण के ज्योतिष शास्त्र” की समीक्षा के लिए पीएचडी

आरंग। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर छत्तीसगढ़ के संस्कृत महाविद्यालय शोध केंद्र के शोधार्थी आचार्य पं. युवराज मिश्रा ने अपना शोध कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किया। उनको उनके विषय “अग्नि पुराण अंतर्गतस्य ज्योतिषशास्त्रस्य समीक्षात्मकम अध्ययनम” विषय के लिए दिनांक 23 जुलाई को पीएचडी की उपाधि से नवाजा गया है। जिसमें उन्होंने पुराणों को महत्व देते हुए ज्योतिष शास्त्र के विभिन्न फलित तथा गणित विषयों का गहन अध्ययन करते हुए शोध कार्य को पूर्ण किया। यह कार्य उन्होंने डॉ. सत्येंदु शर्मा (सहायक प्राध्यापक, शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय रायपुर, छत्तीसगढ़) के मार्गदर्शन में पूर्ण किया। उनके बाह्य परीक्षक वाराणसी के सुप्रतिष्ठित विद्वान डॉ. गोपाबंधु मिश्र वर्तमान में बीएचयू में प्रोफेसर हैं और पूर्व में सोमनाथ यूनिवर्सिटी गुजरात के कुलपति रह चुके हैं जिन विद्वान के द्वारा यह मौखिक परीक्षा ली गई। इस विषय पर शोध कार्य के लिए शोधार्थी का पंजीयन सन् 2019 को हुआ था। वे सन 2019 में आयोजित सहायक अध्यापक पात्रता परीक्षा SET भी उत्तीर्ण है। आचार्य युवराज मिश्रा कबीरधाम जिले के रहने वाले हैं तथा वे शासकीय संस्कृत महाविद्यालय रायपुर के पूर्व छात्र भी रहे हैं। वे वर्तमान में पीएम श्री अरुंधती देवी शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय आरंग में संस्कृत व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय पिता शिवनारायण मिश्रा, माता श्रीमती रेवती मिश्रा, बड़े भाई गोपाल मिश्रा, छोटे भाई पालेंद्र मिश्रा, बड़ी दीदी श्रीमती राधिका शरद मिश्रा, पत्नी रोशनी मिश्रा, बेटी स्वस्ति मिश्रा,गुरुजनों तथा इष्ट मित्रों को दी है। उनकी इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के विभाग अध्यक्ष, शोध निर्देशक, शिक्षाविदों, सहकर्मियों एवं शैक्षणिक समुदायों ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
विनोद गुप्ता-आरंग

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