अच्छे कर्मों से होता है मानव जीवन का कल्याण : आचार्य नरेंद्र नयन शास्त्री….कलेक्ट्रेट रोड स्थित श्री भरत लीला मेंशन में भागवत कथा सुनने उमड़े श्रद्धालु…
महासमुंद। स्थानीय कलेक्ट्रेट रोड स्थित श्री भरत लीला मेंशन में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिवस आज कथा वाचक आचार्य नरेंद्र नयन शास्त्री (चाय वाले बाबा) सिलयारी धाम ने कहा कि किसी के चरण में दंडवत होने से जीवन सफल नहीं होगा, अपितु अच्छे कर्मों से जीवन का कल्याण होगा। जिस दिन आप बांके बिहारी के हो जाएंगे, आपके जीवन का नैया पार हो जाएगा। उन्होंने नारी की महानता की बखान करते हुए कहा कि एक सुंदर नारी हीरा होती है, लेकिन जो गुणवान व संस्कारवान होती है वह हीरे की खान होती है।
आचार्य श्री शास्त्री ने सुकदेव जन्म कथा का व्याख्या करते हुए कहा कि भगवान भोलेनाथ ने माता पार्वती के बार-बार निवेदन करने पर उन्हें अमृत कथा (रामकथा) का श्रवण कराने राजी हुए। उन्होंने एकांत स्थान में जाकर माता को अमृत कथा पान कराने की बात कही। कैलाश के एकांत स्थल एक गुफा में जब भगवान ने माता को कथा श्रवण कराना शुरू किया तब एक निर्जिव अंडे में जान आ गई। आैर वही पक्षी तोता महर्षि वेदव्यास की पत्नी अरणी देवी की मूख से गर्भ में प्रवेश किया। तथा 12 वर्ष बाद सुकदेव जी ने जन्म लिया।
श्री सुकदेव जी के माध्यम से ही राजा परीक्षित को श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करने का साैभाग्य मिला।
आज कथा श्रवण करने आयोजक श्रीमती लीला देवी चंद्राकर, आलोक चंद्राकर- श्रीमती सुष्मिता चंद्राकर परिवार से श्रीमती द्रोपती चंद्राकर, श्रीमती मीना सुरेश चंद्राकर, श्रीमती प्रमिला संतोष चंद्राकर, श्रीमती प्रतिभा पवन चंद्राकर, अंजू लीलाधर चंद्राकर, श्रीमती मोना प्रवीण चंद्राकर, डाॅ. नेहा-तारेंद्र देशमुख सहित बड़ी संख्या में भागवत प्रेमी श्रोतागण उपस्थित थे।