श्रीराम मंदिर की संगीतमय गाथा की प्रस्तुति से भाव विभोर हुये नगरवासी-विधायक गुरु खुशवंत भी हुए शामिल…
आरंग। श्रीराम जन्मभूमि से जुड़े 500 वर्षों के इतिहास को गाथा श्रीराम मंदिर की संगीतमय प्रस्तुति श्री राम दरबार मानस मंडली आरंग द्वारा 07 अप्रैल को बागेश्वर पारा में आयोजित किया गया जिसमे मुंबई से आए मोहित शिवानी,, कवि, बालीबुड लेखक सूत्रधार प्रबुद्ध सौरभ के हृदय बैंड ने 500 साल पहले आक्रांताओं द्वारा मंदिर तोड़े जाने और इसके बाद से शुरू श्री राम जन्म भूमि को मुक्त कराने के संघर्ष की गाथा में सुनाई। इस 75 मिनट की गाथा में अयोध्या में श्रीराम मंदिर के इतिहास की प्रस्तुति ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। इस आयोजन में श्रीराम के जन्म, जीवन और जय की कथा के साथ ही अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की वृहद गाथा नगरवासियों ने सुनी।इस गाथा में अयोध्या में श्री राम मंदिर के 2000 से अधिक वर्षों का इतिहास की जानकारी दी गई। जो लव-कुश से शुरू होकर अयोध्या पर हुए हमलों, राजा विक्रमादित्य और माँ अहिल्याबाई होल्कर द्वारा मंदिर के जीर्णोद्धार, बैरागी साधुओं के संघर्ष, गर्भगृह से रामलला का निकाला जाना, गर्भगृह में रामलला का प्रकट होना, कार सेवा, कोठारी बन्धुओं के बलिदान, राजनीतिक उथल पुथल से लेकर वर्तमान में मंदिर की भव्यता, दिव्यता को प्रस्तुत किया गया।
इस भव्य आयोजन में क्षेत्रीय विधायक गुरु खुशवंत साहेब भी शामिल हुए। उन्होंने श्री राम लला की पूजा अर्चना कर राम भक्तो के बीच बैठ कर श्री राम मंदिर निर्माण की गाथा सुनी।
विनोद गुप्ता-आरंग