AISECT Learn Virtual Internship कार्यक्रम का हुआ आयोजन-वर्चुअल इंटर्नशिप के महत्व से छात्रो को कराया अवगत

आरंग। बद्री प्रसाद लोधी स्नातकोत्तर शासकीय महाविद्यालय, आरंग में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) के तत्वावधान में AISECT Learn Virtual Internship कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम AISECT संस्था और महाविद्यालय के मध्य हुए MOU (सहमति पत्र) के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को आधुनिक तकनीकी, सूचना प्रौद्योगिकी और डिजिटल स्किल्स के क्षेत्र में प्रशिक्षित करना था।कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अभया रा.जोगलेकर ने की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में विद्यार्थियों को पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी दक्षता और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कार्य करने की क्षमता विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने AISECT जैसे संस्थानों के साथ सहयोग को महाविद्यालय के शैक्षणिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। कार्यक्रम की नोडल अधिकारी महाविद्यालय की प्राध्यापक सुश्री भावना पुरबिया रहीं, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम का संयोजन किया और विद्यार्थियों को वर्चुअल इंटर्नशिप के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि यह इंटर्नशिप विद्यार्थियों को वास्तविक कार्य वातावरण का अनुभव प्रदान करेगी और उन्हें भविष्य के रोजगार अवसरों के लिए तैयार करेगी।कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. देवव्रत दासगुप्ता ने विद्यार्थियों को “डिजिटल युग में कौशल विकास और वर्चुअल इंटर्नशिप का महत्त्व” विषय पर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज के समय में ऑनलाइन इंटर्नशिप प्लेटफॉर्म विद्यार्थियों के लिए अनुभव प्राप्त करने का सर्वोत्तम माध्यम बन चुके हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को AI, डेटा साइंस, साइबर सिक्योरिटी, और ब्लॉकचेन जैसी आधुनिक तकनीकों की जानकारी दी। कार्यक्रम के समन्वयक प्रशांत स्वर्णकार तथा आईटी शिक्षक श्री संदीप ने तकनीकी प्रस्तुति के माध्यम से AISECT Learn प्लेटफॉर्म की उपयोगिता और संचालन प्रक्रिया का प्रदर्शन किया। इसके साथ ही रूपेंद्र देवांगन ने भी अपने व्याख्यान में विद्यार्थियों को उद्योग जगत की आवश्यकताओं और कौशल-आधारित शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापकगण डॉ. अविनाश कुमार लाल, डॉ. एल. पी. शर्मा, डॉ. साधना दीक्षित, अविनाश सिंह, IQAC प्रभारी डॉ इंदु सोनी, भुनेश्वर साहू, मनोहर मार्कण्डेय, धर्मेंद्र घृतलहरे, ज्ञानेश शुक्ला, नोडल अधिकारी भावना पुरबिया तथा श्रीमती विभा सतपथी उपस्थित रहे। सभी प्राध्यापकों ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए इसे विद्यार्थियों के लिए एक सशक्त अवसर बताया।कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन नोडल अधिकारी सुश्री भावना पुरबिया द्वारा किया गया ।इस आयोजन ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों में तकनीकी शिक्षा, डिजिटल लर्निंग और स्वावलंबन की भावना को प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश भी दिया गया कि उच्च शिक्षा संस्थान और तकनीकी संगठनों का आपसी सहयोग ही भविष्य की शिक्षा प्रणाली को अधिक प्रभावी और उपयोगी बना सकता है।
विनोद गुप्ता-आरंग




