Blog

संस्कृत दिवस पर यहां निकली संस्कृत शोभायात्रा-गूंजा संस्कृत श्लोक-कण्ठे कण्ठे संस्कृतम् , नगरे नगरे संस्कृतम्

संस्कृत दिवस पर यहां निकली संस्कृत शोभायात्रा-गूंजा संस्कृत श्लोक-कण्ठे कण्ठे संस्कृतम् , नगरे नगरे संस्कृतम्

आरंग। श्रावण मास की पावन बेला में संस्कृत भाषा की गरिमा व सांस्कृतिक धरोहर को नमन करते हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. रामलाल चन्द्राकर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खौली में भव्य संस्कृत दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल परिसर से संस्कृत शोभा रैली के रूप में हुई, जो पूरे उत्साह और गरिमा के साथ पंचायत भवन तक निकाली गई। रैली में छात्र-छात्राएं पारंपरिक वेशभूषा में संस्कृत श्लोकों कण्ठे कण्ठे संस्कृतम् , नगरे नगरे संस्कृतम्, द्वारे द्वारे संस्कृतम् ,शहरे शहरे संस्कृतम् , जयतु जयतु संस्कृतम् ,शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खौली आंरग नगरे संस्कृतम् रैली में शामिल समस्त शाला परिवार शाला संस्था की प्राचार्य सुनीता वर्मा संस्कृत विषय प्रभारी निर्मला पांडेय पंचराम साहू , केदारनाथ साहू यश कुमार साहू मेषराम साहू जयश्री यादव, माधवी गुप्ता संगीता पैकरा तीज चांदेल ऋत्रम्भरा चन्द्राकार इन्द्र कुमार कोसले गीता भगत उज्जवल तिवारी शिवकुमार गांगुली लक्षण कुमार साहू मोक्षी साहू पुजा साहू सभी शाला परिवार संस्कृत शोभा रैली में शामिल होकर संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार में सहयोग किए।इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती सुनीता वर्मा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि “संस्कृत केवल एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति की आत्मा है। हमें इस धरोहर को संजोना है, ताकि आने वाली पीढ़ी भी इसकी मिठास और गूढ़ता को समझ सके।”संस्कृत विषय प्रभारी श्रीमती निर्मला पांडेय ने भी अपने उद्बोधन में कहा कि”संस्कृत विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है, जिससे अनेकों भाषाओं ने जन्म लिया। यह दिवस हमें अपनी जड़ों से जुड़ने का अवसर देता है।”संपूर्ण आयोजन संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल के रूप में यादगार बन गया।
विनोद गुप्ता-आरंग

Related Articles

Back to top button