टंकी बनने के बाद भी पेयजल के लिए जनता त्रस्त-पीएचई विभाग की लापरवाही से हो रही है सरकार की छवि धूमिल

आरंग।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “हर घर जल – हर घर नल” योजना को ग्रामीण क्षेत्रों में सफलतापूर्वक लागू करने के उद्देश्य से आरंग विधान सभा के परसकोल गांव में करीब दो वर्ष पूर्व लाखों की लागत से पानी टंकी का निर्माण पूर्ण कर लिया गया था। लेकिन यह पानी टंकी आज भी उद्घाटन की राह देख रहा है।परसकोल के सरपंच श्रीमती लक्ष्मी सोहन साहू एवं जनपद सदस्य प्रीतम साहू ने खबर छत्तीसगढ़ को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि नव निर्मित पानी टंकी से न कोई जल आपूर्ति शुरू हुई है और न ही कोई विभागीय हलचल। इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और वे इसे अधिकारियों की जानबूझकर की जा रही अनदेखी बता रहे हैं।उन्होंने बताया कि कई बार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) विभाग के अधिकारियों से मिलकर उद्घाटन कर पानी आपूर्ति प्रारंभ करने की गुहार लगाई गई, लेकिन अधिकारियों ने सभी अपीलों को दरकिनार कर दिया। इससे यह साफ झलकता है कि विभागीय अधिकारियों का उद्देश्य सरकार की छवि खराब करना और केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को बदनाम करना है।गांव में गर्मी हो या बरसात, ग्रामीणों को पानी के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है। आपको बता दे की सरकार की योजना थी कि गांव के हर घर तक नल के माध्यम से स्वच्छ पेयजल पहुँचे परन्तु पानी टंकी के निर्माण के बाद भी पानी नहीं मिलना, ग्रामीणों के साथ एक प्रकार की क्रूर मजाक जैसी स्थिति उत्पन्न कर रहा है। स्पष्ट नजर आ रहा है कि अधिकारियों की कार्यशैली में लापरवाही ही नहीं बल्कि सरकार की योजनाओं को असफल करने की मंशा भी नजर आ रही है।भाजपा मंडल के मंत्री दौलत साहू ने चेताया है कि यदि जल्द ही पानी टंकी से जल आपूर्ति शुरू नहीं हुई तो वे जन आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेंगे। उन्होंने शासन से मांग की है कि जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए और योजना को शीघ्र लागू कर उन्हें पानी की सुविधा दी जाय।
विनोद गुप्ता-आरंग


