Blog

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के सफल क्रियान्वयन के लिए 450 शिक्षकों को दिया गया प्रशिक्षण

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के सफल क्रियान्वयन के लिए 450 शिक्षकों को दिया गया प्रशिक्षण

आरंग/बुधवार को जिला कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह एवं जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मिथिलेश चौधरी के मार्गदर्शन एवं खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ विजयलक्ष्मी अनंत आरंग के निर्देशन में विकास खंड के सभी 48 संकुल के स्कूलों के एक-एक शिक्षक ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 29 अगस्त 2024 के सफल क्रियान्वयन के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आरंग में दिया गया। यह प्रशिक्षण तीन पालियों में दिया गया। इस अवसर पर बीएमओ डॉ विजयलक्ष्मी अनंत ने सभी को प्रेरित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य की दिशा में कृमि मुक्त समाज की कल्पना अत्यंत महत्वपूर्ण है तथा कहा कि एनडीडी का उद्देश्य स्कूलों और आंगनबाड़ी के केदो के माध्यम से 1 से 19 वर्ष की आयु के सभी पूर्व स्कूली तथा स्कूली बच्चों को क्रीमी नाशक टैबलेट खिलाना है ताकि उनके समग्र स्वास्थ्य, पोषण की स्थिति, शिक्षा की पहुंच और जीवन की गुणवत्ता प्राप्त हो, उन्होंने एल्बेंडाजोल टैबलेट को सुरक्षित औरअसरदार बताया। वही कुशल प्रशिक्षक सविता साहू(बीईटीओ) महेश चंद्राकर(बीईई), डॉक्टर हरीश बाघ(शिशु रोग विशेषज्ञ) डेंटिस्ट डॉ राहुल चोपड़ा,सालिक नोरंगे नेत्र विशेषज्ञ एवं दीपक मिरे (बीपीएम)ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 29 अगस्त अगस्त पर व्यापक जानकारी देते हुए कहा की जो बच्चे बीमार हैं या कोई दवाई ले रहे हैं उन्हें यह दवाई नहीं खिलाई जाएगी, साथ ही एल्बेंडाजोल को पीसकर या चबाकर खाने के लिए सलाह दी ताकि यह प्रभावशील रहे, उन्होंने शिक्षकों के द्वारा पूछे गए प्रश्नों का समाधान करते हुए कहा कि कुछ बच्चों के शरीर में कृमि के कारण मामूली दुष्प्रभाव जैसे जी मिचलाना, उल्टी, पेट में हल्का दर्द ,थकान आदि की संभावना हो सकती है किंतु यह दुष्प्रभाव अस्थाई होता है तथा इसे आसानी से सम्हाला जा सकता है, ऐसा होने पर बच्चों को खुले व छायादार जगह में लेटा कर आराम कराए, उसे पीने का साफ पानी दें और अपनी निगरानी में रखें तथा अत्यंत प्रतिकूल स्थिति में 102, 108, 104 नंबरों पर संपर्क करने की बात कहते हुए अपने मोबाइल नंबर भी जारी किए और माप अप दिवस 4 सितंबर 2024 की जानकारी दी।

साथ ही बच्चों में अच्छी आदत विकसित करने की दिशा में खाना खाने के पहले और शौच जाने के बाद हाथ साबुन से धोना तथा नाखून साफ एवं छोटे रखना, साफ जल का सेवन, खाने को ढक कर रखना, हमेशा शौचालय का प्रयोग करना आदि संक्रमण के रोकथाम के टिप्स दिए गए एवं बताया गया कि बच्चों के कृमि नियंत्रण से खून की कमी में सुधार और बेहतर पोषण स्तर प्राप्त होता है और इससे समुदाय लाभान्वित होता है इस अवसर पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी दिनेश शर्मा, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक मातली नंदन वर्मा, संकुल समन्वयक गण आदि की उपस्थिति रही तथा कार्यक्रम के क्रमिक संचालन में शिक्षक अरविंद वैष्णव तथा आभार प्रदर्शन खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ विजय लक्ष्मी अनंत ने किया।
विनोद गुप्ता-आरंग

Related Articles

Back to top button