होलिकोत्सव पर्व विशेष-होलिका दहन में भद्रा का साया-रात इतने बजे के बाद ही होगा होलिका दहन…

होली बसंत ऋतु में फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण पर्व है। जिसे देश भर में धूम-धाम से मनाया जाता है।पंचांग अनुसार, इस वर्ष 13/03/25,गुरुवार प्रातः10:35 से फाल्गुन पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ होकर 14/03/25 शुक्रवार मध्यान्ह 12:24 तक रहेगी। होलिका दहन पर्व इस वर्ष 13/03/25 को एवं होलिकोत्सव(धुलेडी)14/03/25 मनाई जाएगी। होलिका दहन में भद्रा काल प्रातः10:35 से रात्रि 11:31 तक रहेगी तो होलिका दहन का कार्यक्रम रात्रि 11:31 के पश्चात ही सम्पन्न किया जाएगा।इस वर्ष विशेष बात यह है कि होलिकोत्सव पर चंद्रग्रहण भी रहेगा जो इस संवत्सर का अंतिम चंद्रग्रहण है।होली के दिन चंद्र ग्रहण का अनुमानित समय प्रातः 09:29 से दोपहर 03:29 तक रहेगा। यह चन्द्रग्रहण खंडग्रास होगा।भारत में अदृश्य एवं अमान्य है अतः सूतक काल के समस्त नियम अमान्य ही होगा।
आचार्य पं.अजीत कमलनारायण शर्मा (ज्योतिषाचार्य)
विनोद गुप्ता-आरंग



