सोसायटी में डीएपी खाद के लिए उमड़ी भीड़-इनकी निगरानी में हुआ शांतिपूर्ण वितरण

आरंग। वर्तमान में आरंग जनपद क्षेत्र के गावो में धान की रोपाई व धान चलाई का कार्य जोरों पर है। किसानों के अनुसार धान की फसल को मजबूती देने के लिए डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) खाद अत्यंत आवश्यक होता है। इसी आवश्यकता के चलते नारा (भानसोज) सहकारी समिति में जब डीएपी खाद का वितरण प्रारंभ हुआ तो बड़ी संख्या में किसान खाद लेने उमड़ पड़े।खाद की मांग अत्यधिक थी, लेकिन शासन स्तर से अपेक्षा के अनुरूप कम मात्रा में डीएपी खाद की आपूर्ति होने के कारण हालात तनावपूर्ण हो सकते थे। किसानों में चिंता इस बात को लेकर थी कि कहीं खाद कम न पड़ जाए। स्थिति को भांपते हुए समिति अध्यक्ष त्रिलोचन साहू स्वयं मौके पर उपस्थित रहे और वितरण व्यवस्था की कमान अपने हाथ में ली।खाद वितरण को लेकर किसी प्रकार का हो-हल्ला या वाद-विवाद न हो, इसके लिए किसानों को क्रमवार पर्ची के माध्यम से बुलाया गया। अध्यक्ष की निगरानी में समिति कर्मचारियों ने पारदर्शिता के साथ किसानों को उनकी आवश्यकता के अनुसार खाद का वितरण किया।इस दौरान अध्यक्ष त्रिलोचन साहू ने कहा, “हमने हर संभव प्रयास किया कि सीमित खाद अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचे। किसानों से भी अनुरोध है कि संयम बनाए रखें, अगली खेप जल्द ही उपलब्ध करवाई जाएगी।”कई किसानों ने समिति की व्यवस्था की सराहना की। गौरतलब है कि वर्तमान में क्षेत्र में इस समय धान की फसल को मजबूती देने के लिए डीएपी खाद की आवश्यकता अत्यधिक है। किसानों ने शासन-प्रशासन से अनुरोध किया है कि क्षेत्र की आवश्यकता के अनुरूप शीघ्र और पर्याप्त मात्रा में डीएपी खाद की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। नारा सोसायटी में हुए डीएपी खाद वितरण का यह उदाहरण दर्शाता है कि यदि स्थानीय नेतृत्व सजग और जिम्मेदार हो तो किसी भी संभावित अव्यवस्था से बचा जा सकता है। अध्यक्ष त्रिलोचन साहू और उनकी टीम के कुशल संचालन से किसानों में विश्वास बना और एक बड़ी समस्या टल गई।
विनोद गुप्ता-आरंग


