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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आरंग में चिकित्सकों की कमी एवं विशेषज्ञों की पदस्थापना की मांग-नगर पालिका अध्यक्ष डॉ संदीप जैन ने स्वास्थ मंत्री को सौपा ज्ञापन

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आरंग में चिकित्सकों की कमी एवं विशेषज्ञों की पदस्थापना की मांग-नगर पालिका अध्यक्ष डॉ संदीप जैन ने स्वास्थ मंत्री को सौपा ज्ञापन

आरंग। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आरंग में चिकित्सकों की कमी तथा शिशु रोग विशेषज्ञों एवं अन्य विशेषज्ञों की पदस्थापना की मांग को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष डॉ संदीप जैन ने प्रदेश के स्वास्थ मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल से प्रत्यक्ष मुलाकात कर वर्तमान स्थिति से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंप कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आरंग में डॉक्टरों के नियुक्ति का आग्रह किया है।ज्ञापन में उन्होंने 01,संलग्न किये गये चिकित्सको को यथास्थान (सी.एच.सी. आरंग) मे पुनः पदस्थ किया जाने।02. शिशु रोग विशेषज्ञ की पदस्थापना शीघ्र सुनिश्चित की जाने।03. रिक्त चिकित्सक पदो के पुर्ति हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाने।04.अन्य विशेषज्ञो जैसे स्त्रीरोग, मेडिसीन विशेषज्ञ, सर्जरी विशेषज्ञ की पदस्थापना एवं पुर्ति किये जाने।05 संलग्न डॉक्टर को आरंग पदस्थापना मे व्यवहारिक पद की कोई दिक्कत हो तो उनके स्थान पर दुसरे अन्य डॉक्टर की पदस्थापना की जाने की मांग रखी है।उन्होंने स्वास्थ मंत्री को सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के वर्तमान स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) आरंग में वर्तमान समय में चिकित्सकों की अत्यधिक कमी बनी हुई है, जिससे आमजन को स्वास्थ्य सेवाओं के सुचारु लाभ में बाधा उत्पन्न हो रही है। साथ ही वर्तमान में सीएचसी आरंग में पदस्थ डॉ. अनूज गौतम (शिशु रोग विशेषज्ञ) जिला अस्पताल रायपुर में संलग्न हैं तथा डॉ. आकर्षित राज विधायक विश्राम गृह में संलग्न हैं। पहले से ही सीमित संख्या में चिकित्सकों के कार्यरत होने के कारण उक्त संलग्नताओं से स्थिति और अधिक चिंताजनक हो गई है। इसके अतिरिक्त, डॉ. सागर स्वर्णकार (शिशु रोग विशेषज्ञ), जिनकी मूल पदस्थापना सीएचसी-4 राखी (जो आरंग विकासखण्ड के अंतर्गत आता है) में है, उन्हें सिविल अस्पताल माना (धरसींवा क्षेत्र) में कार्य करने हेतु आदेशित किया गया है। जबकि धरसींवा क्षेत्र में शिशु रोग विशेषज्ञ उपलब्ध हैं।आरंग क्षेत्र में उनके चले जाने से अब एक भी शिशु रोग विशेषज्ञ नहीं बचेगा। इससे नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा तथा आमजन विशेष रूप से माताएँ एवं छोटे बच्चे अत्यधिक प्रभावित होंगे। साथ ही आरंग ब्लॉक के अंतर्गत अधिकांश प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी चिकित्सकों की नियुक्तियाँ नहीं हो पाई हैं। सीएचसी आरंग में भी मानकों के अनुसार 08 मेडिकल ऑफिसरों की आवश्यकता है किंतु वर्तमान में मात्र 02 मेडिकल ऑफिसर कार्यरत हैं। शेष पद रिक्त हैं या संबंधित डॉक्टरों को अन्यत्र संलग्न कर दिया गया है। यह स्थिति स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभावी संचालन में गंभीर बाधा उत्पन्न कर रही है।
विनोद गुप्ता-आरंग

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