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सरस्वती शिशु मंदिर में 91 आचार्य-दीदियों का आवर्ती प्रशिक्षण वर्ग सम्पन्न-संस्कृत एवं गणित विषयों के प्रभावी शिक्षण तरीकों पर हुई गहन चर्चा

सरस्वती शिशु मंदिर में 91 आचार्य-दीदियों का आवर्ती प्रशिक्षण वर्ग सम्पन्न-संस्कृत एवं गणित विषयों के प्रभावी शिक्षण तरीकों पर हुई गहन चर्चा

आरंग। रविवार को सरस्वती शिशु मंदिर, मंदिर हसौद में आवर्ती प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण वर्ग में रायपुर संभाग के विभिन्न शिशु मंदिरों से कुल 91 आचार्य एवं दीदियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।प्रशिक्षण वर्ग का शुभारंभ जिला ग्राम भारती रायपुर के सचिव सुरेन्द्र नशीने, मंदिर हसौद विद्यालय समिति के सदस्य भागी गहने, रीवा संकुल के संकुल प्रमुख रामानंद धीवर एवं प्रधानाचार्य टीकाराम धीवर द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। उद्घाटन अवसर पर अतिथियों ने शिक्षा के साथ संस्कारों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रशिक्षण की उपयोगिता बताई।कार्यक्रम के दौरान सचिव सुरेन्द्र नशीने ने सभी प्रतिभागी आचार्य-दीदियों का परिचय प्राप्त करते हुए उनके व्यक्तित्व एवं शिक्षण क्षमता पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षक का व्यक्तित्व ही विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण की नींव होता है।प्रशिक्षण सत्रों में विशेष रूप से संस्कृत एवं गणित विषयों के प्रभावी शिक्षण तरीकों पर गहन चर्चा की गई। साथ ही प्रारंभिक शिक्षा की मजबूत आधारशिला माने जाने वाली शिशु वाटिका के सुचारु एवं प्रभावी संचालन को लेकर व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया।प्रशिक्षण वर्ग के दौरान जिला समिति के अध्यक्ष पुनाराम वर्मा एवं कोषाध्यक्ष डोमार वर्मा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने आचार्य-दीदियों को विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु निरंतर नवाचार और समर्पण भाव से कार्य करने के लिए प्रेरित किया।इस आवर्ती प्रशिक्षण वर्ग में रीवा, चंदखुरी, फरफौद, भानसोज, गुल्लू, गोढ़ी, खौली एवं मंदिर हसौद संकुलों के आचार्य-दीदियों ने सहभागिता की। पूरे प्रशिक्षण वर्ग का संचालन संकुल प्रमुख रामानंद धीवर के कुशल मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ।
विनोद गुप्ता-आरंग

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