Blog

श्रावण झूला महोत्सव-श्री राधा कृष्ण मंदिर आरंग में श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह प्रारंभ

श्रावण झूला महोत्सव-श्री राधा कृष्ण मंदिर आरंग में श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह प्रारंभ

आरंग श्री राधा कृष्ण मंदिर आरंग में श्रावण झूला महोत्सव के पावन पर्व पर आचार्य स्वामी अंकित कृष्ण शास्त्री महाराज द्वारा दिनांक 28 जुलाई 2025 से 6 अगस्त 2025 तक श्रीमद भागवत यज्ञ ज्ञान सप्ताह प्रारंभ हुआ है ।प्रथम दिवस शास्त्री जी द्वारा श्रीमद भागवत कथा महत्व एवं गोकर्ण की कथा का श्रवण कराया । शास्त्री जी द्वारा कहा गया कि तुंगभद्रा नदी के पास आत्मदेव और उनकी पत्नी धुंधली निवास करती थी । पहला गोकर्ण दूसरा धुंधकारी पैदा होता है । गोकर्ण संतो की संगति से ज्ञान प्राप्त करता है दूसरा धुंधकारी माया के वश में दुष्टता करता है औऱ प्रेत योनि को प्राप्त करता है । धुंधकारी प्रेत योनि में अपने भाई गोकर्ण को स्वप्न में याद करता है ,भैया मैं प्रेत योनि में बहुत कष्ट में हूँ मुझे मुक्त कराइये । गोकर्ण नदियों में श्राद्व करते है फिर भी धुंधकारी को मुक्ति नही मिलती । गोकर्ण सूर्यदेव की आराधना करते है फिर उन्होंने बताया कि आप श्रीमद भागवत कथा सुनाओ । गोकर्ण विभिन्न नदियों के जल लाकर श्रीमद भागवत कथा धुंधकारी को सुनाते हैं जिससे धुंधकारी को प्रेत योनि से मुक्ति मिलती है । कहने का तात्पर्य यह है कि आत्मदेव कोई नहीं हमारा शरीर आत्मा है । धुंधली माया है। गोकर्ण और धुंधकारी दोनों भाई हमारा मन है।मन दो प्रकार के होते है एक सतोगुणी गोकर्ण अच्छा मन ।दूसरा तमोगुणी धुंधकारी खराब मन । सात दिन श्रीमद भागवत कथा सुनने से मुक्ति मिलती है अर्थात हमारे शरीर के मेरुदंड में सात चक्र होते है , सातो चक्रों के जाग्रित होने से जीव का उद्धार होता है । श्रीमद भागवत पुराण समस्त पुराणों का सार है । भागवत पुराण में भगवान का वास है । अतः श्रीमद भागवत पुराण कथा सुनने पढ़ने से हमारा जीवन सफल हो सकता है ।महाराज जी द्वारा बहुत ही रोचक ढंग से कथा कहा जा रहा है।समिति ने आरंग के समस्त धर्म प्रेमियों से आग्रह किया है कि वे श्री राधा कृष्ण मंदिर आरंग में आकर कथा श्रवण कर श्रावण झूला का आनंद लें कर जीवन को सफल बनाए।
विनोद गुप्ता-आरंग

Related Articles

Back to top button