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विशेष-हार और जीत को लेकर शुरू हुई गरमा-गरम चर्चाएं-कोई बता रहे है कड़ी टक्कर-तो कोई बता रहे है एकतरफा

विशेष-हार और जीत को लेकर शुरू हुई गरमा-गरम चर्चाएं-कोई बता रहे है कड़ी टक्कर-तो कोई बता रहे है एकतरफा

आरंग। शहर सरकार को लेकर मोहल्ले, कालोनियों तथा चौक चौराहों में लोगो की आपस में चौपाल लगा कर गरमा-गरमा चुनावी चर्चाएं शुरू हो गई है।नगर पालिका अध्यक्ष से लेकर वार्ड पार्षद के हार-जीत को तराजू पर तौलना शुरू कर दिए हैं। अध्यक्ष चुनाव को लेकर भी जीत-हार को लेकर कश्मकस जारी है वहीं, पार्षदों के बीच कड़ी टक्करें देखने को मिल रही हैं। प्रत्याशी भी मतदाताओं को रिझाने में जोर-शोर से जुटे हुए हैं। साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी भी पार्टी के प्रत्याशियों की तरह ही प्रचार प्रसार में कोई कमी नही कर रहे हैं।गली मोहल्लों में डीजे व अन्य माध्यमों से प्रचार किया जा रहा है। चुनावी प्रसार प्रसार की सरगर्मी अपने चरम पर है। जीत को ताल ठोकते सभी प्रत्याशी पूरी तरह से जीत की जोर आजमाइश में लगे हुए हैं।आपको बता दे की 11 फरवरी को मतदान होना है। प्रचार के लिए महज 04 दिन शेष है ऐसे में प्रत्याशी अपनी पूरी ताकत झोंकते हुए चुनावी मैदान में नजर आ रहे है। आरंग नगर पालिका के अध्यक्ष पद हेतु 06 प्रत्याशी चुनाव मैदान में जिसमे राष्ट्रीय दल भारतीय जनता पार्टी से डॉ संदीप जैन तथा कांग्रेस से मंगल मूर्ति अग्रवाल चुनाव मैदान में है। इनके अलावा 04 निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में है जिसमे पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रमेश तिवारी भी अपनी ताकत दिखाने में पीछे नही है जिससे त्रिकोणीय संघर्ष की स्थिति निर्मित हो रही है। बीजेपी की बात करे तो स्पष्ट नजर आ रहा है कि बीजेपी के कार्यकर्त्ता अब बीजेपी के नीति सिंद्धान्त के चलते अब एक जुट हो कर अपने प्रत्यशियो के पक्ष में जुटते नजर आ रहे है। वहीँ सांसद बृजमोहन अग्रवाल तथा विधायक गुरु खुशवंत साहेब के मार्गदर्शन में कार्यकर्त्ता उत्साहित नजर आ रहे है। कांग्रेस प्रत्याशी मंगलमूर्ति अग्रवाल को पूर्व मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया का आशीर्वाद और मार्गदर्शन मिल रहा है। वे अपने टीम के साथ लगातार जन संपर्क कर नगर पालिका आरंग में फिर कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए बीजेपी को कड़ी टक्कर दे रहे है।इधर पूर्व अध्यक्ष रमेश तिवारी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपने पुराने अनुभव और पुराने सिपासलाहकार के साथ खुल कर चुनाव लड़ते हुए एक बार फिर त्रिकोणीय संघर्ष की स्थिति पैदा कर रहे है। अभी आने वाले 04 दिनों में कई नए समीकरण भी बन सकते है जो तय करेगा की नगर पालिका के अध्यक्ष का ताज किसके सिर पर सुशोभित होगा। चर्चा के दौरान कई वार्डों में पार्षद प्रत्याशियों के बीच बता रहे हैं की कड़ी टक्कर, तो कहीं बता रहे है एकतरफा है।कुल मिला पार्षद के लिए भी कड़ी टक्कर का नज़ारा देखने को मिल रहा है।
विनोद गुप्ता-आरंग

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