विशेष खबर-इस दुर्गा पंडाल में हुई अद्भुत और पवित्र घटना-माँ दुर्गा की प्रतिमा से लिपटा मिला नागराज-पढ़िए फिर क्या हुआ…
आरंग। दुर्गा माँ की पूजा की तैयारी के दौरान नाग देवता मूर्ति में लिपटा होने की एक अद्भुत और पवित्र घटना सामने आई है। श्री श्री माँ आदि शक्ति दुर्गोत्सव समिति मोनेट रोड मंदिरहसौद में आज अष्टमी/नवमी के दिन सुबह सुबह 7.30 बजे माँ दुर्गा की नियमित पूजा के तैयारी के दरम्यान नाग देवता माँ दुर्गा की छोटी मूर्ति से लिपटा हुआ पूजा के तैयारी कर रहे पंडा रूपेश वैष्ण को सबसे पहले दर्शन दिया। अचानक दुर्गा माँ की प्रतिमा से लिपटे नाग देवता (सर्प) को देख डर गए और पूजा की तैयारी छोड़ दुर्गा समिति के संचालक अवधेश मिश्रा एवं समिति के सदस्यों को खबर दी। समिति के सदस्य तत्काल दुर्गा पंडाल पहुच नागदेवता का दर्शन पूजा अर्चना किया तथा उसे उचित माध्यम से पकड़वा कर सुरक्षित स्थान में छुड़वा दिया गया।पंडाल में भगवान शंकर जी और माँ पार्वती की भव्य झांकी भी बनाई गई है।इसके बाद माँ दुर्गा प्रतिमा की पूजा की गई।
इस सम्बंध में दुर्गा समिति के संचालक अवधेश मिश्रा ने कहा कि नाग देवता का आगमन दुर्गा माँ की विराजित मूर्ति में यह भी दर्शाता है कि दुर्गा माँ की शक्ति और कृपा से सभी जीवों का कल्याण होता है और सभी जीवों को उनकी रक्षा और सुरक्षा प्रदान की जाती है।यह एक प्रतीकात्मक और धार्मिक महत्व रखता है और इसे अक्सर हिंदू धर्म में दुर्गा पूजा के दौरान देखा जाता है इस अवसर पर समिति के अन्य सदस्य रितिक सिंह बंटी मिश्रा कान्हा यादव सूरज चौधरी विक्की साहू भानु राजपूत रजत साहू जितेश महंत भानु प्रशांत पांडेय टिकेश सहित अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे।आपको बता दे की हिंदू धर्म में नाग देवता को शक्ति और संरक्षण का प्रतीक माना जाता है। वे देवी दुर्गा के अनुयायी और रक्षक हैं। नाग देवता की पूजा करने से भक्तों को सुरक्षा और समृद्धि प्राप्त होती है।इस प्रकार अष्टमी के दिन दुर्गा पंडाल में नाग देवता का प्रगट होना पुरे नगर में चर्चा का विषय बना हुआ ।
विनोद गुप्ता-आरंग