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यहां उत्साह से मनाया गया हिंदू भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा पांच दिवसीय दीपावली पर्व

यहां उत्साह से मनाया गया हिंदू भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा पांच दिवसीय दीपावली पर्व

आरंग। अग्रसेन योगासन शाखा सरस्वती ज्ञान दीप विद्यालय अग्रवाल पारा आरंग द्वारा आज दिनांक 30 अक्टूबर बुधवार को हिंदू भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा पांच दिवसीय दीपावली पर्व उत्साह से मनाया गया । भगवान धनवन्तरि एवं संजीवनी बूटी लाने वाले भगवान हनुमान जी की पूजा कर धनतेरस के रूप में मनाया गया । इस अवसर पर रविन्द्र अग्रवाल ने संबोधित कहा कि पांच दिवसीय दीपावली पर्व का प्रथम दिवस भगवान धनवन्तरि जो समुद्र मंथन से विभिन्न औषधि एवं अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे । मानव जाति का स्वस्थ्य ठीक रहे इसलिए हम सब कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि को भगवान धनवन्तरि का पूजा करते है । किंतु लोग धनतेरस अर्थात धन शब्द जुड़ा होने के कारण धन की देवता कुबेर की भी पूजा करते है । अमिताभ अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि दीपावली पर्व का द्वितीय दिवस नरक चौदस आज के दिन भगवान विष्णु बराह अवतार लेकर भूमि अर्थात पृथ्वी को अपने जगह पर स्थापित किया था ।भूमि एवं भगवान विष्णु से नरकासुर उत्पन्न हुआ । नरकासुर का वध भगवान श्रीकृष्ण द्वारा किया गया ।नरकासुर अर्थात भौमासुर जो सोलह हजार एक सौ स्त्री को बंदी बनाकर रखा था ।भगवान श्रीकृष्ण ने उन स्त्रियों को मुक्त कराया था ।सभी स्त्रियों के कहने पर भगवान श्रीकृष्ण ने उन सभी से गन्धर्व विवाह किया ।जिसे हम छोटी दीपावली मानकर पूजा करते है ।अनुपनाथ योगी ने बताया कि तृतीय दिवस कार्तिक अमावस्या को हम सब भगवान राम के चौदह वर्ष वनवास पूरा कर अयोध्या वापस आने पर दीपो की आंवली से भगवान का स्वागत एवं कुलदेवी श्रीमहालक्ष्मी की पूजा अर्चना करते है । जिसे दीपावली कहते है । शंकर लाल पाल ने कहा कि चतुर्थ दिवस हम भगवान श्रीकृष्ण द्वारा इन्द्र देव की पूजा न कर व्रज वासियों को गोवर्धन पर्वत की पूजा करने एवं अपनी छोटी अंगुली में गोवर्धन पहाड़ को उठाया था । तब से हम दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा एवं गौ माता की पूजा कर उन्हें अन्न खिलाते हैं ।जिसे अन्नकूट कहते है । मुरारी लोधी ने कहा कि पांचवा दिवस यम द्वितीया या भाई दूज का पवित्र पर्व मनाते हैं । कहते है कि सूर्य पुत्र यम अपनी बहन यमुना के बहुत आग्रह पर आज के ही दिन उसके घर गए थे ।जिससे प्रसन्न होकर यमुना अपने भाई की आरती उतार कर भोजन खिलाती है , जिससे खुश होकर यम ने कहा कि आज के दिन जो भाई अपनी बहन के घर जाएगा , उसके घर सुख शांति एवं यम का भय अर्थात मृत्यु का डर नही होगा । इस प्रकार यह पांच दिवसीय पर्व प्रत्येक हिन्दू सनातनीय मनाते आ रहे है । अग्रसेन योगासन शाखा द्वारा पूरे पांच दिन पूजा अर्चना एवं प्रसाद का वितरण किया जाएगा । इस अवसर पर ओम गुप्ता बृजेश अग्रवाल , बलराम साहू , राकेश साहू सतीशचन्द्र अग्रवाल , रामकुमार कंसारी अशोक कुमार ठाकुर आदि उपस्थित थे।
विनोद गुप्ता-आरंग

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