बड़ी खबर-नहर पानी की मांग को लेकर किसान करेंगे उग्र प्रदर्शन-SDM कार्यालय के घेराव की दी चेतावनी…
आरंग। प्रदेश में औसत से अधिक वर्षा होने से सभी बांध लबालब भरे है वही दूसरी तरफ सिंचाई के संसाधन नहर होते हुए भी आरंग विधानसभा क्षेत्र के बिरबिरा गांव का एग्रीमेंट रकबा 600 एकड़ धान फसल पानी के लिए तरस रहा है महानदी मुख्य नहर के 72.800 किलोमीटर में स्थित बिरबिरा माइनर से बिरबिरा ,नरियरा,डोमा में सिंचाई होता है । शासन द्वारा उक्त माइनर में लाइनिंग कार्य तथा फुल निर्माण किया जाना है ठेकेदार द्वारा बरसात के समय माइनर को तोड़कर पुल बनाने का काम जारी किया था बरसात के कारण काम बंद है पानी बहकर खेतों के बजाय नाले में जा रहा है गांव वालों ने बरसात के बाद काम शुरू करने का सुझाव दिया था जिसे ठेकेदार ने अनसुना कर दिया था।
पीड़ित किसानों के बुलावे पर किसान नेता पारसनाथ साहू ने जाकर स्थल निरीक्षण भी किया धान की बालिया निकलने की तैयारी में है खेत सूख गया है तत्काल पानी नहीं मिला तो धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा किसानों ने अपनी समस्या जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप को 01 सितंबर को अवगत करा दिया था एवं आरंग विधायक खुशवंत गुरु को भी दूरभाष से चर्चा कर समस्या से अवगत करा चुके है।परंतु अभी तक अपेक्षित कार्यवाही नहीं हुआ है गांव के प्रमुख किसान महेश कुमार साहू सत्यनारायण साहू बबला राम साहू रोशन लाल साहू सुरेंद्र कुमार साहू कन्हैया राम साहू पंचराम साहू रमेश साहू धनेश कुमार साहू अंगद साहू सहित डेढ़ सौ किसानों ने बताया कि आरंग एसडीएम को भी पत्र देकर सिंचाई की समस्या समाधान करने ज्ञापन दिया गया था जिस पर प्रशासन ने 4 सितम्बर तक वैकल्पिक व्यवस्था कर खेतों में पानी पहूंचाने का आश्वासन दिया था। देर शाम तक टूटे हुए पार को बांधने का काम शुरू नहीं हुआ है इससे क्षुब्ध व आक्रोशित किसानों ने कभी भी एस डी एम कार्यालय का घेराव व सड़क जाम करने का निर्णय लिया है। जिसकी जवाबदारी प्रशासन की होगी।इधर किसान नेता पारसनाथ साहू ने मौका जांच करने के बाद बताया कि चैन वाले जेसीबी से आठ घंटे के अन्दर आसानी से टूटे पार की बंधाई कर सकता है यह भी नहीं कर सके तो 600 एकड़ खेत का प्रति एकड़ पचास हजार रुपए की दर से 30 करोड़ रुपए मुआवजा देने के लिए शासन प्रशासन तैयार रहें।
विनोद गुप्ता-आरंग