दर्रा विद्यालय में रानी अहिल्याबाई होल्कर की जन्म शताब्दी एवं उल्लास केंद्र का उद्घाटन कार्यक्रम सम्पन्न

दर्रा। शिक्षा विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन को सृजनात्मक तरीके से पूरी प्रतिबद्धता के साथ पूर्ण करने की दिशा में सदैव अग्रणी रहने वाले शासकीय माध्यमिक शाला दर्रा के प्रांगण में दिनांक 3 जनवरी 2024 को रानी अहिल्याबाई होलकर का 300वीं जन्म शताब्दी कार्यक्रम एवं उल्लास नवभारत साक्षरता केंद्र का उद्घाटन कार्यक्रम गरिमामय रूप से आयोजित किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि टी आर जगदले जिला शिक्षा अधिकारी धमतरी,विशिष्ट अतिथि वैधनाथ चंद्राकर पूर्व सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी कुरूद,कुलेश्वर सिन्हा विकासखंड स्रोत समन्वयक कुरूद,सी के साहू विकासखंड शिक्षा अधिकारी कुरूद,के के साहू DPO धमतरी,प्रीति शांडिल्य उल्लास एवं अंगना म शिक्षा कार्यक्रम जिला प्रभारी, डुगेश कुमार साहू जिला सेवा प्रमुख व्यवसायी,शशांक कृदत्त सामाजिक समरसता प्रमुख जिला धमतरी,विशेष आमंत्रित अतिथि वरिष्ठ समन्वयक योगेंद्र चंद्राकर, प्रकाश सेन, जुगल किशोर साहू रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता त्रिलोचन साहू सरपंच ग्राम पंचायत दर्रा ने किया।कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के द्वारा मां सरस्वती,भारत माता, स्वामी विवेकानंद एवं संत कबीर साहेब,अभिलाष साहेब के मूर्ति की पूजा-आराधना के साथ किया गया। तत्पश्चात लोकनाथ साहू शिक्षक ने रानी अहिल्याबाई होलकर का भारतीय समाज, धर्म, संस्कृति एवं नारियों के उत्थान में योगदान के संदर्भ में विस्तृत विचार प्रस्तुत किया। माध्यमिक विद्यालय के बच्चों ने रानी अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर आधारित विभिन्न प्रसंगो पर रोचक जानकारियों की प्रस्तुती एवं नृत्य नाटिका का आकर्षक प्रस्तुतीकरण किया। जिसे देखकर अतिथिगण एवं ग्रामीणजन भावविभोर हो गए। वैधनाथ चंद्राकर ने मुख्य वक्ता के रूप में रानी अहिल्याबाई होलकर की भारतीय समाज में योगदान एवं उनके जीवन के प्रसंगों पर विस्तृत प्रकाश डाला। मनोज कुमार साहू प्रधानपाठक शासकीय माध्यमिक शाला दर्रा ने उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के संदर्भ अपने उद्बोधन में जानकारी देते हुए बताया कि असाक्षर ग्रामीणजनों के सर्वेक्षण कार्य में शिक्षकों एवं वॉलिंटियर के माध्यम से अपने प्रतिबद्धता पूर्ण प्रयास से ग्राम दर्रा ने विकासखंड में वरीयता सूची में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस महत्वपूर्ण अभियान को पूरी निष्ठा,लगन एवं ईमानदारी से पूर्ण करने हेतु आह्वान एवं प्रतिबद्धता व्यक्त किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि टी आर जगदले जिला शिक्षा अधिकारी जी ने अपने संबोधन में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम एवं रानी अहिल्याबाई होलकर के जीवन प्रसंग पर अपना विस्तृत विचार व्यक्त किया।उन्होंने कहा कि उल्लास कार्यक्रम असाक्षरो को शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। साक्षरता का अलख जगाना एक बहुत बड़ा पुण्य का कार्य है। डिजिटल क्रांति के युग में बच्चों के साथ-साथ पालकों को भी तकनीकी जानकारी से परिचित होना नितांत आवश्यक है। हमारे गांव एवं समाज का प्रत्येक नागरिक शत प्रतिशत साक्षर हो।इस अभियान के पुण्य कार्य में पढ़े लिखे युवक-युवतियों, वॉलिंटियर एवं शिक्षकों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। नीलकमल साहू संकुल प्राचार्य दर्रा ने आमंत्रित अतिथियों के द्वारा अपनी गरिमामय उपस्थिति एवं कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया। मंच संचालन कार्य में हेमलाल साहू शिक्षक का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम को सफल बनाने में गिरवर साहू अध्यक्ष उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दर्रा, उदय कुमार साहू अध्यक्ष माध्यमिक शाला दर्रा, श्रीमती डिगेश्वरी साहू उपाध्यक्ष, थलेंद्र साहू, टामेश्वरी साहू शिक्षाविद,धरमचंद साहू, टीकाराम साहू,गिरीशध्वज ध्रुव अध्यक्ष प्राथमिक शाला दर्रा,चित्रसेन साहू,नीलकमल साहू प्राचार्य, डीकेश कुमार साहू प्राचार्य हाईस्कूल फुसेरा, मनोज कुमार साहू प्रधानपाठक माध्यमिक शाला दर्रा,रमेश कुमार साहू सेवानिवृत्त प्रधानपाठक, लोकनाथ साहू,कन्हैयालाल गुरु,श्रीमती साधना ध्रुव प्रधानपाठिका प्राथमिक शाला दर्रा,श्रीमती लक्ष्नी गायकवाड, अर्जुन दास मानिकपुरी प्रधानपाठक नवीन प्राथमिक शाला दर्रा, पोखराज ध्रुव,हायर सेकेंडरी दर्रा के व्याख्यातागण डेरहू राम साहू,नरसिंहनाथ साहू,दीनबंधु चंद्राकर,लोकेश्वर चेलक,गजेंद्र सिंह राजपूत, राजकुमार साहू, गेमाराम साहू, युगलकिशोर वर्मा, बालमुकुंद साहू,कमलनारायण साहू सेवानिवृत्त प्रधानपाठक खर्रा,भूपेंद्र सपहा प्रधानपाठक माध्यमिक शाला खर्रा,संतराम कुर्रे,श्रीमती ईश्वरी साहू प्रधानपाठिका खर्रा,श्रीमती कौशल्या साहू प्रधानपाठिका फुसेरा,भागवत मनहर,सुनील यादव, मनोज माहले शिक्षक, वालंटियर शिक्षक हुमन कुमार साहू, वर्षा साहू, दीपिका साहू, रीना साहू, काजल ध्रुव, टामेश्वरी साहू, सीमा साहू मितानिन, सुनिधि साहू, लेमेश्वरी साहू,रंजीता साहू, निर्मला साहू, लीना साहू, तोषनी साहू, टीमेश्वरी साहू,ग्रामीणजन रंगीलाल साहू, बालदराम साहू, लक्ष्मीकांत साहू, सुलेंद्र साहू अंजय कुमार साहू एवं विशेष रूप से माताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
विनोद गुप्ता-आरंग


