आज जानकी नवमी-राधाकृष्ण मंदिर में होगा श्री विग्रह का दुग्ध अभिषेक और पूजन….

आरंग। प्रतिवर्ष माँ जानकी नवमी वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व माता सीता के जन्म की स्मृति में मनाया जाता है, जो त्रेतायुग की एक पवित्र, संयमशील और त्यागमयी स्त्रीत्व की प्रतीक मानी जाती हैं। स्थानीय राधाकृष्ण मंदिर आरंग में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी आज सोमवार 05 मई को सीता नवमी उत्सव में सुबह 11 से श्री विग्रह का दुग्ध अभिषेक, पूजन और प्रसाद वितरण कर हर्षोल्लास से मनाया जायेगा। जिसमे मंदिर ट्रस्ट सदस्यों सहित नगर के श्रद्धालू बड़ी संख्या में शामिल होंगे।पौराणिक मान्यता के अनुसार मिथिला नरेश राजा जनक एक दिन खेत में हल चला रहे थे। तभी उन्हें भूमि के गर्भ से एक कन्या प्राप्त हुई। वह कन्या कोई साधारण बालिका नहीं थीं, बल्कि भूमिपुत्री थीं-धरती माता की संतान। राजा जनक ने उस कन्या को अपनी पुत्री के रूप में स्वीकार किया और उसका नाम सीता रखा। चूंकि वे हल की नोंक (सीता) से प्राप्त हुई थीं, इसीलिए उन्हें सीता कहा गया। वहीं मिथिला की राजकुमारी होने के कारण उन्हें जानकी भी कहा गया, और राजा जनक की पुत्री होने के नाते जनकनंदनी भी कहा गया।
विनोद गुप्ता-आरंग


