असामाजिक गतिविधियों के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा-समाधान शिविर में सौपा ज्ञापन…

आरंग । लगभग 30 वर्षों पूर्व हुये भानसोज के ख्यातिनाम सफल शराबभट्ठी विरोधी आंदोलन में सहभागी रहे ग्रामों के ग्रामीणों ने असामाजिक गतिविधियों से त्रस्त हो बीते 19 मई को ग्राम टेकारी ( कुंडा ) में आयोजित समाधान शिविर में ज्ञापन सौंप असामाजिक गतिविधियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है । गांव – गांव में बिक रहे अवैध शराब , गांजा व नशीली गोलियों सहित हो रहे जुआ पर स्थायी रोक व लिप्त तत्वों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते हुये भट्ठी पहुंचने वाले हर व्यक्ति को 24 पौव्वा शराब लेने की शासकीय छूट से गांव – गांव में अघोषित भट्ठी चलने व लिप्त तत्वों की जानकारी मैदानी आबकारी व पुलिस अमला को होने के बाद भी कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति किये जाने का आरोप लगाया है ।ज्ञातव्य हो कि आरंग थाना क्षेत्र के ग्राम भानसोज में खोले गये शासकीय ठेका प्राप्त भट्ठी के दुष्परिणामों को प्रत्यक्ष देखकर सन् 93 – 94 के आबकारी सत्र में पूरे साल भर तक किसान संघर्ष समिति के अगुवाई में गांधीवादी तरीके से आसपास के ग्रामों के ग्रामीणों के सहयोग से आंदोलन कर भानसोज वासियों ने शराबभट्ठी बंद कराने में सफलता हासिल की थी । इस आंदोलन में मंदिर हसौद थाना क्षेत्र के ग्राम नारा , डिघारी , खम्हरिया , टेकारी , कुंडा , कठिया , अमेरी , संकरी , जावा , नगपुरा , बड़गांव , तोड़गांव , कुटेसर , गोढ़ी , सिवनी , पिपरहट्ठा , संडी , कुकरा , गठित नगर पंचायत चंदखुरी में शामिल ग्राम ( चंदखुरी , मुनगेसर , मुनगी ) , जुगेसर , बकतरा , करही , सोनपैरी, जरौद , उमरिया सहित आरंग थाना क्षेत्र के ग्राम मालीडीह , बरछा , छातापार फरफौद , जरौद , कलई व खरोरा थाना क्षेत्र के ग्राम खौली , बुड़ेनी आदि शामिल थे । जिलाधीश व पुलिस अधीक्षक के नाम आयोजित इस शिविर में सौंपे गये ज्ञापन में इन असामाजिक गतिविधियों के कमोबेश हर गांव में संचालित होने की जानकारी देते हुये बतलाया गया है कि शासन द्वारा प्रत्येक को 24 पौव्वा शराब लेने की छूट के चलते मोटरसाइकिल में दो – तीन सवार हो हर कोई 24 पौव्वा शराब ला गांवों में बेच रहे हैं और स्टाक खत्म होने पर फिर जा ला रहे हैं जिसके चलते ग्रामों में अघोषित भट्ठी का माहौल है व ग्रामों के सार्वजनिक स्थलों पर जाम छलकाते पियक्कड़ आसानी से नजर आते हैं । लिप्त तत्वों के खिलाफ ठोस एवं प्रभावी कार्यवाही न होने से लिप्त तत्वों के हौसले बुलंद होने व ग्रामीण व्यवस्था को भी चुनौती देने की जानकारी देते हुये इन असामाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने ठोस कार्यवाही का आग्रह किया गया है । ज्ञापन की प्रति भानसोज आंदोलन की अगुवाई करने वाले किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेंद्र शर्मा को भी दे एक बार फिर आंदोलन की आवश्यकता की आवश्यकता प्रतिपादित की है । ज्ञापन में नारा के सरपंच मीना जांगड़े , खम्हरिया के सरपंच गजेन्द्र निषाद , अमेरी के सरपंच सूरज शर्मा , संकरी के सरपंच लीना वर्मा , कठिया के सरपंच त्रिवेणी वर्मा , टेकारी के सरपंच हेमा राजू यादव , डिघारी के सरपंच ज्योति निषाद , पिपरहट्ठा के सरपंच कुंजबिहारी वर्मा , जनपद सदस्य श्रीमती कृष्णा महेश साहू व राजू मनहरे , जिला पंचायत सदस्य श्रीमती कविता कश्यप के प्रतिनिधि हेमंत कश्यप व मनवा कुर्मी समाज चंदखुरी राज के अध्यक्ष चिंताराम वर्मा आदि के हस्ताक्षर है ।
विनोद गुप्ता-आरंग


