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लचकेरा नदी से रातों-रात हो रही है सैकड़ो हाईवा रेत का अवैध परिवहन, दो चैन माउंटेन मशीन लगाकर कर रहे हैं उत्खनन……

लचकेरा नदी से रातों-रात हो रही है सैकड़ो हाईवा रेत का अवैध परिवहन, दो चैन माउंटेन मशीन लगाकर कर रहे हैं उत्खनन……

गरियाबंद – शाम ढलते ही रात के अंधेरे में ग्राम लचकेरा के बस्ती से दो चैन माउंटेन निकलकर नदी में आते हैं और खेल शुरू होता है रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन का। रेत माफियाओं के द्वारा गरियाबंद और महासमुंद जिले के बीच में बहने वाले सुखा नदी से लगातर रेत निकाल रहे हैं। प्रशासन को इसकी भनक भी है लेकिन कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति करते आ रहे हैं और जून महीने में ही तकरीबन दो से तीन बार घाट पर आकर महज खाना पूर्ति की कार्रवाई किया हैं जिस पर से रेत माफियाओं के हौसले और बुलंद होते जा रहे हैं।

नदी पर चैन माउंटेन के द्वारा रेत का उत्खनन

कुछ दिन पहले ही खनिज विभाग के द्वारा रेत से भरे हाईवा निकालने के लिए बनाए गए रैंप और रास्ते की खुदाई किया था लेकिन बात पुरानी हो गई और अब फिर से नए सिरे से रास्ता बनाकर चैन माउंटेन मशीन लगाकर रेत की खनन कर रहे हैं। कुछ दिन पहले एक चैन माउंटेन मशीन लगाया था लेकिन अब दो-दो चैन माउंटेन मशीन लगाकर रेत की चोरी कर रहे हैं। नीचे आप लोग जो वीडियो देख रहे हैं वह आज 29 जून की सुबह 6 बजे का जिसमें साफ दिखाई दे रहे हैं कि 10 से 15 हाईवा में जो है दो चैन माउंटेन रेत डाल रहे हैं।

दोनों चैन माउंटेन मशीन सुबह 08 बजे लचकेरा ग्राम में जाते हुए।

और जैसे-जैसे उजाला होते जाता है 7:30 से 8:00 के बीच में दोनों ही चैन माउंटेन मशीन को फिर से ग्राम लचकेरा के बस्ती में ले जाकर छुपा दिया जाता है और फिर रात 8:00 बजे नदी में उतार कर रेत निकाला जाता है। खनिज विभाग को इसकी जानकारी है कि लगातार लचकेरा नदी से रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन हो रहे हैं बावजूद चैन माउंटेन मशीन को सील नहीं कर पाए हैं।
बता दे 15 जून से प्रदेश के सभी रेत खदान नियमित रूप से बंद हो जाते हैं इसके बाद भी रेत माफिया सक्रिय है।

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