रानी अहिल्याबाई होल्कर के त्रिशताब्दी जन्मोत्सव पर संगोष्ठी का आयोजन-चलाया गया स्वछता अभियान…

आरंग।रानी अहिल्याबाई होल्कर के त्रिशताब्दी जन्मोत्सव पर ग्राम पंचायत समोदा में विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया।इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष छोटे लाल सोंनकर ने रानी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन गाथा पर चर्चा करते हुए कहा कि वे भारतीय इतिहास की महान नारियों में से एक हैं। उन्होंने नारी शक्ति, प्रशासनिक दक्षता और धार्मिकता का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया। 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के अहमदनगर जनपद के चौड़ी ग्राम में जन्मीं अहिल्याबाई प्रारंभ से ही विलक्षण प्रतिभा की धनी थीं।11 दिसंबर 1767 को राज्याभिषेक के बाद उन्होंने राज्य को समृद्धि की ओर अग्रसर किया। परम शिव भक्त अहिल्याबाई ने होलकर समाज की संपत्तियों को भगवान शिव को अर्पित किया। उन्होंने कई महत्वपूर्ण मंदिरों का जीर्णोद्धार करवाया। इनमें गुजरात का सोमनाथ मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर और बद्री केदारनाथ धाम प्रमुख हैं। विशेष रूप से 1776 में औरंगजेब द्वारा नष्ट किए गए काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण और 1785 में बद्री-केदारनाथ धाम में पूजन व्यवस्था की स्थापना उनकी प्रमुख उपलब्धियां रहीं।इस अवसर पर समोदा में स्वच्छता कार्यक्रम के तहत सार्वजनिक स्थानों में साफ सफाई कर स्वछता का संदेश दिया गया। इस अवसर पर नगर पंचायत समोदा के उपाध्यक्ष अंगेश्वर देवांगन , देवकुमार साहू मंडल अध्यक्ष, पीलाराम निषाद महामंत्री, नेतराम वर्मा मंत्री,,रीषभ साहू मीडिया प्रभारी, राजाराम साहू,पार्षदगण , मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्रीमती मंजुला मिश्रा एवं अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे |
विनोद गुप्ता-आरंग


