उत्सव-इस वर्ष भी बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है गौरा गौरी पर्व,आज होगा विसर्जन….

आरंग। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी आरंग में गऊरा गऊरी उत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। गऊरा है शिव तथा गऊरी है पार्वती। यह लोक उत्सव हर साल मनाया जाता है। इस पूजा में सभी जाति समुदाय के लोग शामिल होते हैं। धनतेरस के दिन से ही इस त्यौहार की शुरुआत हो जाती है।तेरस और चौदस के दिन विभिन्न रस्मो के साथ पर्व की शुरुवात की जाती है । लक्ष्मी पूजा के दिन देर रात तक लोग झुंड में बाजा गाजा के साथ गौरा गौरी स्थापना स्थल से किसी गोंड के घर जाकर विधिवत मिट्टी लाते है और एक स्थान पर पूजा करते हैं। उसके बाद मिट्टी को गीला करते हैं और उस गीली मिट्टी से शिव-पार्वती की मूर्ति बनाते हैं। ये मूर्तियां बनाने के बाद लकड़ी के पिड़हे पर स्थापना कर बड़े सुन्दरता के साथ सजाया जाता है। पिड़हे के चारों कोनों में चार खम्बे लगाकर उसमें दिया तेल बत्ती लगाया जाता हैं। रात को लक्ष्मी पूजा के बाद रात बारह बजे के बाद गऊरा गऊरी की पूजा अर्चना की जाती है। और गऊरा गऊरी गीत के साथ ही नाच-गाना और करतब कौसल प्रदर्शन आरम्भ हो जाता है।इस वर्ष नगर में कई मोहल्लों में गौरी गौरा की स्थापना की गई ।जंहा सुबह से ही लोगो द्वारा लगातार पूजा अर्चना की जा रही है ।आज दोपहर बाद विसर्जन किया जायेगा ।विसर्जन जुलुस में सभी वर्ग के लोग भाग लेते है ।इस अवसर पर युवाओं की टोली करतब और शारीरिक कौशल कला दिखाते है।
विनोद गुप्ता , आरंग


