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अविवाहित होने के कारण प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित हो सकते है युवक, आम सभा आयोजित कर, सरपंच सचिव ने कर दिया अपात्र,युवक ने किया शिकायत

अविवाहित होने के कारण प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित हो सकते है युवक, आम सभा आयोजित कर, सरपंच सचिव ने कर दिया अपात्र,युवक ने किया शिकायत

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महासमुंद – जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर लगातार शिकायतें आ रही है। कही रोजगार सहायको के द्वारा तो कही आवास मित्रों के द्वारा जियो टैग के नाम से पैसे की मांग की जा रही है तो कही आमसभा में पात्र हितग्राहियों को अपात्र कर दिया जा रहा है। ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत सरेकेल से सामने आया है जहां एक अविवाहित युवक ने आमसभा में आवास प्लस की सर्वे सूची से नाम काटने हेतु पंचायत द्वारा प्रस्ताव पारित करने की शिकायत किया है।

सरेकेल निवासी हरदीप वैष्णव ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी महासमुंद और जनपद उपाध्यक्ष हुलसी चंद्राकर को लिखित में शिकायत किया है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सन 2018 में सर्वे हुआ है।

जिसमें मेरा नाम प्रमुखता से है 2024-25 मैं स्वीकृति आया है। मेरे नाम से जिसमें सरपंच और सचिव आमसभा की मीटिंग रखकर अविवाहित होने के कारण प्रधानमंत्री आवास योजना से अपात्र घोषित करने प्रस्ताव पारित कर दिया है।

युवक हरदीप वैष्णव का कहना है की आमसभा में कहां गया कि आप अविवाहित हो अगर विवाहित होते तो आवास आपको मिलता।

कच्चे मकान के एक कमरे में रहने को मजबूर है युवक और उनके परिवार…..

युवक हरदीप वैष्णव ने जानकारी देते हुए बताया कि मिट्टी का बना हुआ कच्चा मकान है जिसमें एक ही कमरा है उसी में मेरे मां, बहन, छोटा भाई, बहन के दो बच्चे और मैं स्वयं निवास करता हूं। मेरे मां के नाम 2019-20 में प्रधानमंत्री आवास योजना स्वीकृत हुआ है जिसमें पहली किस्त जारी हो गया है लेकिन करोना काल और आर्थिक समस्या के कारण मकान को नहीं बना पाया।

अब जैसे तैसे सर्वे में मेरा नाम आया है तो उसे भी सरपंच और सचिव आम सभा आयोजित कर मेरे नाम को अपात्र कर रहे हैं। मैं और मेरा परिवार जैसे तैसे कच्चे मकान के एक कमरे में रहते हैं लेकिन जब मेरा भी नाम आवास की पात्रता सूची में आया तो काफी खुश था कि अब हम लोगों के भी पक्का मकान बनेंगे और पूरा परिवार एक कमरे में रहते हैं तो सबको एक अलग घर मिल जाएगा लेकिन सरपंच सचिव ने आम सभा आयोजित कर हमारे पक्के घर के सपना को तोड़ दिया। लिखित शिकायत किया हूं शासन प्रशासन से न्याय की उम्मीद अब लगाए बैठे हैं।

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